यजीदी बनके खुद को ये हुसैनी क्यों बताते हैं
मोहब्बत है अगर इनको तो ऐसे क्यों जताते हैं,
जो अपने बाप की मैय्यत पर गाना सुन नहीं सकते
नवासे की शहादत पर वह ढोलक क्यों बजाते हैं,-
हम आगे नहीं बढ़े तो क्या हुआ पीछे भी तो हटे नहीं है
हम चुप है तो क्या हुआ इसका मतलब यह तो नहीं की डरे हुऐ है-
पर्दा ना कर सकेगा हिफाजत घरो की अब
इस दौर में हवाओं की नियत खराब है ।
यह मीडिया यह न्यूज़ बताते नहीं है कुछ,
सच में हमारे मुल्क की हालत खराब है-
किसी की मौत पर मातम, किसी की मौत पर खुशियां ना मनाई जाऐ।
दर्द बस इतना है हमारी मौत को भी मौत माना जाऐ ।।-
अगर कोई ईंसान अचानक से ज्यादा धार्मिक हो जाये
तो समझ लेना या तो कोई बड़ा पाप कर चुका है या करने वाला है।।-
जिसके पास पैसा नहीं होता,
उसकी कोई इज्जत नहीं करता ।
और जिसके पास पैसा होता है,
वो किसी की इज्जत नहीं करता ।-
मोहब्बत में यह हुनर भी आजमाना चाहिए
दांव पर हो मां-बाप की इज्जत तो भूल जाना चाहिए-
जो लोग इंसानो से मुहब्बत नही कर पाते
वो फिर जानवरो से मुहब्बत करते हैं ।
जो लोग जानवरो को नही खा पाते
वो अक्षर इंसानो को खा जाते हैं ।।-