If you have too much money, then it doesn't matter what you buy, or eat, or drink, or whatever. Everything, well, it all gets boring. So enjoy before getting too much.
कश-म-कश में कश्ती तूफ़ान से बेखबर। लंगर जो डाले तो साहिल बेनज़र। खामोशियों में डूबा सारा लश्कर। मुकम्मल यकीं न हुआ हुईं दुआएं बेअसर। भहलाया बहुत दिल सुबह की रंगीनियों से। गुरूब आफ़ताब हुआ कब तक रहे सहर। शुग्ल कुछ न था फिर भी मशगूल रहे। महफ़िल भी तन्हा हुई न बाकि रहा पहर। कसीर आरज़ू है फ़रेब ज़िन्दगी। गर्क गुरूर हुआ जो चले कुदरत का कहर। आदाबे ज़िंदगी है दस्तूरे ज़िंदगी बना । है फ़ना न बना सद्दाद केे ख्वाहिशों का शहर।
क्या बताएं कुछ बताएंगे तो वो माज़ी हो जाएगा । ख्वाब लिखेंगे तो उम्मीदें हो जाएंगी । चलो अब मिलके अपनी ज़िंदगी लिखते हैं उस पार तक एक साथ एक सफ़र एक राह और एक रूह बनके।यूं तो आधी ज़िन्दगी बीत चुकी है पर चलो हर एक पल को एक ज़िन्दगी की तरह जियें। जिस तरह से एक परिंदा एक नन्ही सी जान हर रोज़ अपने दो पंखो से बुलंदियों को जीता है। आओ इन खली अवराको को मुहब्बत से सफकत से यकीन से और उन सुकूनो से भर दे जो हमे आपसे मिलती है
Jo muhabbat kaid hai dil k paimaane me. Husn-o-naaz-o-ada yu milta nahi ham-nashi Jamane me. Raaz-e-muhabbat arz-e-tamanna hai lajjat-e-visaal ki. Ye ishq-e-Kamal ki ishq hai zindagi gawane me.