मुस्कुराने की हसरत है दिल में।
मुद्दातों से बस हंस रहे हैं हम ।।
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मैंने बहुत देखा है ज़माने के खुदाओं को।
वक्त ने सबको तोड़ा है मगर बुतों की तरह।।-
इस जीवन मे मुझसे इमोशन्स की सौदेबाज़ी तो नही हो पाएगी, क्योंकि ज़िन्दगी ने इसके लिए मुझे पांचवे दिन का समय दिया है जबकि उसकी खुद की उम्र बस चार दिन की है।
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काश! रब के यहाँ भी कुछ ऑफर होता,
ताकि मैं ज़िन्दगी के बचे हुए साल देकर तुम्हारे साथ के कुछ लम्हे एक्सचेंज कर लेता।-
मैं चलते चलते उनके इतने नज़दीक चला गया।
की नजदीकियां ही खत्म कर दी इस सफर ने मेरी।।-
वो एक ही ताजिर था जहां में शायद।
सुकूं गिरवी रखा था जहाँ मैंने अपना।।-
उन्होंने खूब सबको सुनाए अपनी वफ़ा के किस्से।
मुझसे नज़र क्या मिलाई की नज़र ही झुक गयी।।-
कुछ रिश्तों को यूं भी निभा दिया उसने।
दाने डालकर भी परिंदे उड़ा दिया उसने।।-
ये नाज़ नखरा, ये हुस्न ये अदा सब संभाल रखना।
मैं फिर वापस आऊंगा, तुम अपना ख्याल रखना।।
जब हम ही ना होंगे तो अंधेरे में दिलासा कौन देगा।
बस उजाले के ही खातिर जुगनुओं को पाल रखना।।
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शब-ओ-रोज़ बस यही तमाशा देखता हूँ मैं।
दिल अपना जला कर उजाला देखता हूँ मैं।।-