आपस में तोड़ कर अपनी ताकत को कम करने वाले रहनुमा को मेरा सलाम है अकल ठिकाने लग गयी बोलती बंद हो गयी सुन्नी, वहाबी, शिया, अहले हदीस वगैरह की बातें करने वालों, खुद को दुसरे फिर्कों से अलग और नफरत करने वालों, आज खुशी मिल गयी।
जब तुम आपस मे टूट के बिखरोगे तो दूसरा तुम्हारे जमीन पर ही नहीं ईमान को बरबाद कर देगा, हमारी जान हमारी मां, बहन की इज्जत आबरू के साथ खेलेगा, जब मुसिबत आता है ना साहेब वो छोटा और बड़ा नहीं देखता सब को दहाकर ले जाता है लेकिन तुम एक होकर पहाड़ की तरह जमे रहोगे तो तुफानों को भी बहुत मुश्किल होगी तुम्हें उखाड़ना।
खूब करो राजनीती लेकिन दिने ए इस्लाम की नहीं क्योंकि हमारा इस्लाम तोड़ने की नहीं जोड़ने की तालीम देता है , जमात को आपस में तोड़ोगे तो ऐसे ही आयेगी तुफाने और तुम तबाह हो जाओगे कौम के रहनुमा बने फिरते हो, आये तुफानों को रोकने के प्रयास में तुम कहीं नजर भी तो नहींआते हो और खुद को वली होने का एहसास किसे दिखाते हो।
या अल्लाह हर उम्मते मुस्लिमा को आपस में एक कर दे और हम पर से सारे जुल्मों सितम को दूर अता फरमा, या अल्लाह जो हमें, हमारी कौम को, हमारे प्यारे नबी की उम्मत को दुनिया ये मिटाना चाहती है, या अल्लाह तू उन्हें हिदायत दे, उसे हमारे प्यारे नबी मुहम्मद सल्ललाहो अलैहि वसल्लम के नक्शे कदम पर चलने वाला बना दे।
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اللہ تعالی کے آخری نبی حضرت محمد سائنا من القبائل ہی نار ، عن عبد الله بن مسعود بھی
THE LAST PROPHET OF ALLAH HAZRAT MUHAMMAD Al kabaair Liz zahabi:1/61 Abdullah bin Masood]
ماظهر في قوم الرباإلظهرفيهم الجنونُ.
می پک پا ک پای کچیل بہق ہے۔
Jis qaum mein sood aam ho jaata hai, us mein paagal pan ki beemaari phail jaati hai.
A community where transactions with interest become common, a plague of insanity spreads through it.
जिस कौम में सूद आम हो जाता है, उस में पागल पन की बीमारी फैल जाती है ।
@__ummati_of_h.mohammed.s.a.w__-
اگر کوئی شخص غلطی یا گناہ کرے، پھر اس کا الزام کی بے گناہ کے اوپر لگادے تو وہ بڑا
الله تعالی کی آخری کتاب قران (سورہ نساء: ۱۴
بھاری بہتان اور کھلے گناہ کا بوجھ اپنے اوپرلا دیتا ہے۔
Agar koi shakhs galati ya gunaah kare, phir us ka ilzaam kisi be gunaah ke oopar lagaade, to woh bada bhaari bohtaan aur khule gunaah ka bojh apne oopar laad leta hai.
THE LAST HOLY BOOK OF ALLAH QUR'AAN INSuraNce: 1121
अगर कोई शख्स गलती या गुनाह करे,फिर उस का इल्ज़ाम किसी बे गुनाह के ऊपर लगा दे, तो वह बड़ा भारी बोहतान और खुले
गुनाह का बोझ अपने ऊपर लाद लेता है।
अल्लाह तआला की आखरी किताब कुआनसूर-ए-निसाः ११२)
11 APRIL
@__ummati_of_h.mohammed.s.a.w__-
Respect is not any gift or
blessed food that you could distribute to everyone, it's the worship of your attitude that makes you and your Life evergreen.
S K Yash.
Hrtless_Sameer-
Respect is not any gift or
blessed food that you could distribute to everyone, it's the worship of your attitude that makes you and your Life evergreen.
S K Yash.
Hrtless_Sameer-
#तनहा_दिल।
#तन्हा_दिल_की_दर्द_भरी_दास्ताँ।
वो आशिकी ही क्या जो इश्क में दीवाना ना हो।
वो दिवानगी ही क्या जिसमें जिसमें पागलपन ना हो।
वो पागलपन ही क्या जिसमें आपको उसके सिवा कुछ दिखाई न देता हो।
वो आशिकी ही क्या जिसमे इश्क ना हो।
वो इश्क ही क्या जिसमें दर्द ना हो।
वो दर्द ही क्या जिसमें तनहाई ना हो।
वो तनहाई ही क्या जिसमे तेरी याद आई ना हो।
वो याद ही क्या जिसमें मेरी आंखें नम हुई न हो।
वो दिल ही क्या जो तेरे न होने पर धड़कना बंद न हो।
वो वफा ही क्या जिसमे बेवफाई ना हो।
वो बेवफाई ही क्या जो मौत बन कर आई ना हो।
एस के यश।
@Hrtless_Sameer-
#तनहा_दिल।
बहुत दिनों से मेरे दिल में एक लड़की
का ख्याल और मन में उसके प्रति कुछ ज्यादा ही सवाल है।
मेरा दिल किसी खास के लिए धड़कने लगा है,
हाँ! है, कोई जो मेरे दिल की धड़कन,साँसें वो मेरी जिंदगी बन गई है, बस अब मुझे सिर्फ उसी की इबादत व दीदार करने को दिल ये मेरा मजबूर है,
अब तू ही बता क्या है, मेरी खता जो मुझे तुमसे बेपनाह मोहब्बत हो गई।
क्या तुम्हें प्यार करना मेरी खता है,
अगर तुम मेरे प्यार को खता कहती हो, तो ये मेरी नहीं उस रब की खता है जो उसने मेरे दिल की धड़कन में तुम्हें वो आँखों में तेरे चेहरे को बसा दिया है।
हाँ! मैं तुम्हें बेपनाह मोहब्बत करता हूँ, हाँ! मेरे दिल की धड़कन वो साँसें हो गई है तुम्हारे हवाले।
हाँ! मैं तुम्हें बेपनाह मोहब्बत करता हूँ, पर तुम्हें खोने के डर से प्यार का इजहार करने से डरता हूँ।
मुझे डर लगता है, कि कहीं तुम मेरे प्यार को मजाक न बना दो।
हाँ, मैं डरता हूँ, तुम्हें खोने से क्योंकि मैं तुम्हें बेपनाह मोहब्बत करता हूँ।
तुम ही हो मेरी जिंदगी।
तुम ही हो मेरी बंदगी।
तुम मेरी रुह हो तुम मेरी जन्नत हो।
तुम ही हो मेरी हर खुशी हो, तुम बिन मेरी जिंदगी हो जाएगी अधूरी।
एस के यश।
@Hrtless_Sameer-
#तन्हा_दिल!
वफा और बेवफाई हर किसी के बस की बात नहीं।
वफा में लोग अक्सर दीवाने हो जाते है, और बेवफाई में लोग अक्सर बेगाने हो जाते है।
बेवफा मजबूर नहीं मगरूर होती है।
पर बेवफा से वफा करना मजबूरी नहीं गुनाह नहीं इबादत है।
एस के यश।
@Hrtless_Sameer-
हम वफा की दुनिया के बादशाह हैं, और हमारी रियासत में बेवफा को मुजरा करने की भी इजाजत नहीं मिलती।
फिर चाहे वो रानी हो या राजकुमारी।
एस के यश।
@Hrtless_Sameer-
किसी की खातिर खुद को इतना भी ना तन्हा कर देना कि खुद ही तलाश बन जाना।
दोस्तों प्यार तो हम आज भी उसे करते हैं।
फर्क सिर्फ इतना है।
जमाना बदल गया।
लोग बदल गए।
वो बदल गई।
पर मैं जहाँ था वहीं रह गया।
गम सिर्फ इतना नहीं है कि शायद वो किसी और की है।
इस दर्द की खामोशी ये है की जिसे खुद से भी ज्यादा चाहा।
जो मेरी धड़कन, साँसे वो हँसी थी।
अब वो किसी और की है।
अकसर हमें तन्हाई और बेवफाई ही रुलाती है।
एस के यश।
@Hrtless_Sameer-