दिन संवर जाएंगे, तुम मिलों तो सही
ज़ख़्म भर जाएंगे, तुम मिलों तो सही!!
रास्ते मे खड़े दो अधूरे सपने
एक घर जाएंगे, तुम मिलों तो सही!!!!!-
वक़्त दिखाई नहीं देता, पर बहुत कुछ दिखा देता है....
अपनापन तो हर कोई दिखाता है, पर अपना कौन है..
ये वक़्त बताता है!!!!!!!!-
दुश्मनों को यही खल रहा है कि,
तूफ़ानों में हमारा दीया क्यूँ जल रहा हैं!!!!!!!-
समय की पराकाष्ठा जब अपने चरम पर होती है!
तब सुल्तान की सल्तनत से नवाब भी उठा लिए जाते हैं!!!!!!-
जिसे दर्द का एहसास होता है, ना वही दूसरे के लिए रोता हैं,
और हमेशा उसके साथ रहता हैं,!!!!!!!!-
मैं अपना सूकून अपने में ढूँढ़ता, क्यूंकि मैं जान गया हूं, जगह कितना भी अच्छा क्यूंकि न हो मन भर जाता है, और इंसान कितना भी अच्छा क्यूँ न हो, एक दिन बदलना पड़ता है या बदल जाता है!!!!!!
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येसी वैसी बातों से तो अच्छा है कि खामोशी ही रहो
या फिर यैसा बात कहो जो खामोशी से अच्छी हो!!!!!-
मुझे यह समझने में बहुत वक़्त लगा, कि
मेरा सबके लिए अच्छा होना, मेरे लिए अच्छा नहीं हैं!!!!!!!-
कभी-कभी हम कुछ बातें समझ नहीं पाते,
और कभी-कभी हम कुछ बातें समझा नहीं पाते,
और लोगों को लगता है हम बदल गए!!!!!-