सब मेरे मन की हो जाए
जो भी चाहूँ दिल से मैं
सच में परिणित हो जाए
आदत है देखने की ख्वाब
रात दिन देखा करता हूँ
हकीकत में चाहे जो हो
मैं खुद में खोया रहता हूँ-
24 JUL 2020 AT 16:28
सब मेरे मन की हो जाए
जो भी चाहूँ दिल से मैं
सच में परिणित हो जाए
आदत है देखने की ख्वाब
रात दिन देखा करता हूँ
हकीकत में चाहे जो हो
मैं खुद में खोया रहता हूँ-