27 JUN 2020 AT 10:27

मन के दर्पण को साफ कर
कब तक लिपटे रहोगे इससे
अपने साथ इंसाफ कर
अतीत अब न लौटेगा
उसका न इंतजार कर
वर्तमान के साथ जीने को
खुद को तैयार कर
चुनौतियां बहुत बाकी है
न बैठ तू हार कर
खुद को मजबूत बना
लड़ने के लिए तैयार रह

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