28 JUN 2020 AT 15:39

गुजर जाते हैं उन गलियों से अब भी मुस्कराते हुए
कोई नजर नहीं आता अब वहाँ से आते जाते हुए
याद आता है अब भी वो मंजर जहाँ कभी रौनक थी
अब तो दिख जाते हैं खंडहर अतीत की याद दिलाते हुए

-