बात बात पर लव यू करती पढ़े प्यार के चैप्टर चार प्रिये।
जब आई मिलने की बारी तुमने ड्रम रखा था तैयार प्रिये।।-
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M-Tech(Biotechnology)🧬🧫🧪
Uttarpradesh
भूल गया हू... read more
मुझे धूप दे तू छांव ले चाहे पूरी बरसात ले ले।
समा जा जिस्म में चाहे रूह की एक एक सांस ले ले।।-
रंग बदलती नागिन सी तू तुझपर क्या ऐतबार प्रिये।
फेस-टू-फेस आने से डरती करती पाकियों सा वार प्रिये।।-
टूटे दिल से दर्द शायरी बन कर बह गया,
दर्द बचा नही अब बस खाली पन्ना रह गया।-
बेचैन रहा इश्क़ सा तू मुझमें, रगों में बहता ज़हर बन गया।
मैं बन कर रहा गया मिट्टी, तेरा उसी पर नया शहर बन गया।।-
मेरा वाला जनवरी बीता आया तेरा वाला फ़रवरी मंथ प्रिये।
तेरे इश्क़-विश्क़ के चक्कर में हम हो गये हैं झंड प्रियेll-
भूलें नहीं तुमको अरसे तक दिल में तेरी तस्वीर लिए बैठें है,
टूटने के लिए काफ़ी नहीं था इश्क़ कमबख्त कुछ NEET लिए बैठें है।-
तुम नये साल की न्यू एराइवल मैं दिसम्बर वाली सस्ती सेल प्रिये,
मैं इश्क़ को समझ रहा था प्राइसलेस तुम खेल रही थी खेल प्रिये।-
ख़बरें इश्क़ की क्या उड़ी तुम फिर हसीन बन गई,
मरेगा फिर नया आशिक़ तुम बेवफाई की मशीन बन गई।-
इश्क में तुमने रातें थी छीनी अब धूप भी कर रही परेशान प्रिये।
तुमने क्या कोई कसर थी छोड़ी जो गर्मी भी ले रही जान प्रिये।।-