मौसम है इश्क़ का तुम आराम कर रही हो।
बैकअप तैयार कर मुझे बदनाम कर रही हो।।-
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Uttarpradesh
भूल गया हू... read more
मैं ठंडी–ठंडी बारिश की बूंदे तुम कीचड़ का जंजाल प्रिये।
मैं देता तुमको ठंडक तुम नागिन बन डसने को तैयार प्रिये।।-
सुबह को शाम किए बैठा हू इश्क़ हराम किए बैठा हू।
तुम आती हो तूफ़ान सी और मैं बरसात लिए बैठा हूं।।-
पहले था कुछ अलग अब तुमसा हो गया हूं।
प्यार होता नहीं मुझसे अब मैं भी बेवफ़ा हो गया हूं।।-
सोते बहुत हो तुम्हे रात भर जगा दे चलो तुमको पाकिस्तान बना दे
प्यार से मानते नहीं तुम्हारे कान के नीचे चार बजा दे चलो तुमको पाकिस्तान बना दे।
तुम्हारा बॉम्ब तुम्हारी तशरीफ़ में लगा दे चलो तुमको पाकिस्तान बना दे
धर्म पूछकर मारते हो तुमको जहन्नुम की सैर करा दे चलो तुमको पाकिस्तान बना दे।।-
बात बात पर लव यू करती पढ़े प्यार के चैप्टर चार प्रिये।
जब आई मिलने की बारी तुमने ड्रम रखा था तैयार प्रिये।।-
मुझे धूप दे तू छांव ले चाहे पूरी बरसात ले ले।
समा जा जिस्म में चाहे रूह की एक एक सांस ले ले।।-
रंग बदलती नागिन सी तू तुझपर क्या ऐतबार प्रिये।
फेस-टू-फेस आने से डरती करती पाकियों सा वार प्रिये।।-
टूटे दिल से दर्द शायरी बन कर बह गया,
दर्द बचा नही अब बस खाली पन्ना रह गया।-
बेचैन रहा इश्क़ सा तू मुझमें, रगों में बहता ज़हर बन गया।
मैं बन कर रहा गया मिट्टी, तेरा उसी पर नया शहर बन गया।।-