Er Durgesh Chouhan   (Durgesh chouhan)
50 Followers · 12 Following

Joined 30 October 2017


Joined 30 October 2017
12 DEC 2021 AT 0:23

मौत भी छींक-सी दिखती हैं
जो अचानक से ही आती हैं

-


11 DEC 2021 AT 22:04

कुछ बातें हैं जो सिर्फ़ तुझसे करना चाहता हूं
मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ तेरा होकर रहना चाहता हूं,

मेरे सपनों की दुनिया में तुझे दिखना चाहता हूं
कुछ किस्से कुछ बातें तेरी गोद में सिर रख करना चाहता हूं,

एक सपना है तेरे संग दुनिया देखना चाहता हूं
कुछ बेरंग सी यादों में रंग बिरंगी तितलियां सझाना चाहता हूं,

सुबह जागते ही तेरा चेहरा सामने देखना चाहता हूं
एक कप चाय अदरक वाली रोज़ तेरे साथ पीना चाहता हूं,

कुछ ख़्याली बातें ही है जो तेरे संग आशियाना बनाना चाहता हूं
दिल बातों को कोरे कागज़ से मिटा तुझे अपने शब्दों से बताना चाहता हूं,

मैं बस बातें ही नहीं तेरे संग हर दिन रहना चाहता हूं
मैं तुम्हारा और तुम मेरी हो जाओ तुम्हें बस इतना ही बताना चाहता हूं,

कुछ बातें हैं जो सिर्फ़ तुझसे करना चाहता हूं
मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ तेरा होकर रहना चाहता हूं,

-


11 MAY 2020 AT 2:18

बगाव़त करने को दुनिया से तैयार बैठा हूं
कैसे बताऊं मिलने को मैं भी बेक़रार बैठा हूं

-


5 MAY 2020 AT 15:18

हां सच लिखता हूं
औरों का नहीं
अपना ही लिखता हूं

-


24 APR 2020 AT 0:14

पुरी बात होने के बाद
वो अक्सर कहती हैं
"सुनो अपना ख़्याल रखना"
वो लम्हा कुछ ज्यादा
खूबसूरत हो जाता है

-


16 APR 2020 AT 15:51

शब्दों का पिंजरा

ख़ुद को शब्दों के क़फ़स में क़ैद कर लूं,
तुझको मिलने बुला बाहों में भर लूं ,

-


1 APR 2020 AT 3:00

मैं कभी ख़ुद को समझ न आता हूं
कभी ख़ुद रूठ जाता हूं
तो कभी ख़ुद मान जाता हूं
कभी खुब फूटकर रोता हूं
तो कभी खुब खुलकर हंसता हूं
कभी थक कर सो जाता हूं
तो कभी जग कर थक जाता हूं
कभी पुरा हो जाता हूं
तो कभी अधुरा रह जाता हूं
मैं कभी ख़ुद को समझ न आता हूं

-


27 FEB 2020 AT 19:55

एक बात है जो तुझे बताना चाहता हूं
तेरी तस्वीर को दिल के बहुत क़रीब रखता हूं,
तेरी तस्वीर से घंटों अकेले बैठ कर बहुत बातें करता हूं,
जानता हूं तू याद नहीं करती पर हां तुझे हर लम्हा मैं याद करता हूं,
दुनिया घुम ली मैंने अकेले में सारी पर
साथ एक बार और घुमना चाहता हूं,
शायद कभी बता न सकूं तुझे कितना चाहता हूं पर
हां बाहों भरके ख़ुश होना चाहता हूं,
वो और होंगे जो तुझे रोता देख चुप कराते होंगे पर
मैं तो तुझे रोता देख मनाना भी भुल जाता हूं,
एक बात है जो तुझे बताना चाहता हूं

-


11 FEB 2020 AT 20:02

न वो बात करती है
न मैं बात करता हूं
तस्वीरें हैं कुछ
जो हमें साथ रखती है

-


11 FEB 2020 AT 11:09

एक मौसम ऐसा है जिसका इंतजार करता हूं
बारिश अच्छी लगती हैं मुझे
बारिश में खुल कर रो मैं लेता हूं

-


Fetching Er Durgesh Chouhan Quotes