Er. Dhiren Kumar   (Er.Dhiren Bohidar)
2.9k Followers · 19.7k Following

Fb page- jibana ra tatparjya
ଜୀଵନ ର ତାତ୍ପର୍ଯ୍ୟ
Joined 18 December 2018


Fb page- jibana ra tatparjya
ଜୀଵନ ର ତାତ୍ପର୍ଯ୍ୟ
Joined 18 December 2018
10 JUN 2024 AT 18:31

ଥିଲା ମନ ମୋର ଶୁଖିଲା ପତର
ମେଘ ଋତୁ ଟେ ଖୋଜୁଥିଲା
ଟୋପା ଟୋପା ତୋ ପ୍ରେମର କାକର
ଧୀରେ ଧୀରେ ଆସି ଭିଜେଇଲା !!

-


10 JUN 2024 AT 18:26

ଯେବେଠୁ ଆସିଲୁ ଏ ଜୀବନେ
ଫୁଲ ଋତୁ ହେଇ ଛୁଇଁ ଗଲୁ ମୋ ମନେ !
କୃଷ୍ଣଚୂଡ଼ା ଫୁଲ ପରି ତୋ ଚେହେରା
ସ୍ପନ୍ଦନ ରେ କରେ ଇଶାରା
ମହକି ବାସେ ରାତି ସାରା !

-


22 MAR 2024 AT 22:59

I have controlled my emotions to make others stronger.
But sometimes,
I feel, I have ruined my emotions for heartless people.

-


22 MAR 2024 AT 22:57

There is no place more fecund than the mind, because whatever is sown there definitely grows,
be it
“THOUGHTS ”, “HATE” or “LOVE” !!!

-


22 MAR 2024 AT 22:55

Heart often knows things before Mind does. But still the longest journey of the world will ever take is the 18 inches distance from Mind to Heart.

तभी तो कुछ चीजों के लिए दिल तो हां कहता है लेकिन दिमाग तक पहुंचते-पहुंचते ना हो जाती है।

-


22 MAR 2024 AT 22:50

जो मुझे फिर से बुलाए वो रिश्ता ना रहा,
जो मुझे राह दिखाए वही तारा न रहा,
कोई हमदम ना रहा कोई सहारा न रहा,
तुम मेरे हो ना सके ,
मैं तुम्हारा ना रहा !!!

-


22 MAR 2024 AT 22:47

झूठे जग में झूठी मुस्कुराहट भी होनी चाहिए
दर्द के कानून में आंसू की हद होनी चाहिए !!!

-


22 MAR 2024 AT 22:42

ऐसे किसी चेहरे पे निगाह रुकती है,
जैसे सागर से लहर उठती है,
जैसे पर्वत पे घटा झुकती है,
ऊँची-ऊँची दीवारों सी इस दुनिया की रस्में,
रोक नहीं सकती नज़रों को, दुनिया भर की रस्में,
मैं तेरी याद में सब कुछ भुला दूँ ,
याद में दुनिया को तेरी तस्वीर बना दूँ !!!

-


22 MAR 2024 AT 22:41

दोस्त अभी तुम वाकिफ ही कहाँ
हो मेरे सब्र से,
मैने उस हद को देखा है जाहाँ अक्सर इंसान जिने की आस छोड़ देता है !!!

-


22 MAR 2024 AT 22:39

जब आपमें परिपक्वता आती है, तो बहस करने से चुप्पी बेहतर हो जाती है, लेकिन कभी-कभी सबसे खराब स्थिति और गुस्सा आपकी परिपक्वता को खत्म कर देती है और आपको बहस करने के लिए मजबूर कर देती है !!!

-


Fetching Er. Dhiren Kumar Quotes