किसी को याद करके रो लेता हूँ..
कुछ यूँ किस्तों में रोज़ मर लेता हूँ...!!-
क्योकिं वो तारीख इतिहास में दर्ज़ है आज़ादी के मस्तानों के नाम..🇮🇳... read more
अब जब तन्हा-तन्हा रहता हूँ..
अब बस तुम्हारें ही साथ होता हूँ..!!
सब कहते है चुप-चुप से क्यों रहते हो..
उन्हें सुनाई ही नही देती जो बातें तुमसे करता हूँ..!!-
ऐसा क्या टूटता हैं दो लोगो को बीच कि..
टुकड़े भी नही मिलते..!!-
ग़र कर लेता मोहब्बत मैं भी किसी और से..
ये रातें यूँ आँसुओं में ना बीतती..!!-
मैंने तो हाथ नही छोड़ा था तुम्हारा,
तुमने ही छुड़ा लिया हाथ अपना झटक कर..
मैं तो रुक गया उसी रास्ते पर,
तुम दिखे मुझे वहीं किसी और का हाथ थाम कर..-
तुम चले गए छोड़ कर कुछ और बात बना कर,
असल बात कुछ और थी ये पता था मुझे..
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ग़र पढ़ सकते तो मेरे कोरे खतों को ही पढ़ लेते..
अब लिख कर हाल-ए-दिल बताऊँ कैसे..!!-
निकल जाना नज़रे चुराकर ग़र टकरा जाए किसी मोड़ पर,
मेरी आँखों मे दिखता अक्स तुम्हारा तुम्हें नज़रे झुकाने को कहेगा..!!-
मत आना अब तुम मिलने मुझसे,
देखा नही जाएगा तुमसे हाल मेरा..-