ये अच्छा है, आजकल मैं तुम्हारा नाम
कोहरे पर लिखता हूँ
मेरे साथ कोई नहीं रहता तो वो
धूप में चमकता है और
बारिश में बह जाता है।
तुमने कहा था -
मेरी आँखें छोटी हैं पर कमाल हैं
तुम मुझे कहीं भी पहचान लेते हो ।
हाँ! मैं तुम्हें पहचान लेता हूँ
दो धाराओं के बीच बहते हुए क्षितिज पर
छोटे से रेडियम बनकर चमकते हुए
मैं मौन होकर तुम्हारा नाम पुकारता हूँ..
क्या तुम मुझे सुन सकते हो ?
नहीं ना....
बस यही तुम्हारे प्रेम की उपलब्धि है..!!-
बकवास ही होगी मेरी शायरी, मैं राहते_गुलज़ार ... read more
जिम्मेदारियों के बोझ से दबे
मिडिल क्लास लड़के
इतने झुक जाते हैं कि वे
अपने पिता के गले तक नहीं पहुँच पाते!
दुनिया भले ही चाँद तक पहुँच गई हो
किंतु, पिता के गले लगना,
एक मिडिल क्लास लड़के के लिए
चाँद तक पहुँच पाने से भी
ज्यादा मुश्किल होता है।-
देखकर तुम्हे,
सदी तो नही ठहरती,
वक्त भी नहीं ठहरता,
बस मैं ठहर जाता हुँ,
क्योकि तुम मेरे लिए विशेष हो,
सदी और वक्त के लिए नही..
क्या तुम्हारे लिए भी मैं विशेष हूँ?
अगर तुम्हारा जबाब है "हाँ"
तो तुम मुझे देखकर कभी ठहरी क्यों नहीं?
और तुम्हारे पास इस सवाल का जबाव ना होना ही
तुम्हारे प्रेम की उपलब्धि है.. 🙏-
देखकर तुम्हे,
सदी तो नही ठहरती,
वक्त भी नहीं ठहरता,
बस मैं ठहर जाता हुँ,
क्योकि तुम मेरे लिए विशेष हो,
सदी और वक्त के लिए नही..
क्या तुम्हारे लिए भी मैं विशेष हूँ?
अगर तुम्हारा जबाब है "हाँ"
तो तुम मुझे देखकर कभी ठहरी क्यों नहीं?-
प्रेमिका का छोड़ जाना
उतना भयावह नही है,
जितना एक पिता का परेशान होना,
और माँ का उदास चेहरा ।-
ये किताबों के ढ़ेर, ये Notes की रद्दी, सामना मेरा इनसे, इस बार आखिरी है..!
जाने कितने लोगों से, मुलाकात मेरी, इस बार आखिरी है ...!!
जाने कितना गुस्सा, जाने कितना प्यार, बड़ी से बड़ी गाली, छोटी से छोटी बात,
बोलने के लिए ये मौका आखिरी है..!!!
हर Semester में सोचते थे, कि अगले Semester से पढ़ेंगे,
सोचते - सोचते वक़्त निकल गया,
और अब ये Exam आखिरी है..!
कितनी बातें अधूरी रहीं, जाने कितनी पूरी हुई,
यारों की ये बात इस बार आखिरी है..!
वो Birthday's और Parties,
Crushes और loves,
Under Graduation की ये रात आखिरी है..!
हर बात पर Treats, हर Treat पर मस्ती,
इन यादों को बनाने का, ये वक़्त आखिरी है.!
ये सफर भी ख़तम हुआ,
B.Tech का जश्न भी ख़तम हुआ,
मेरा ये Semester, इस बार आखिरी है.! Chemical_.Engineer-
कल रात तुम सपने में आये थे,
हम दोनों एक दूसरे को माफ कर
फिर से हँसी ठिठोली कर रहे थे।
ताज्जुब की बात ये है कि
तुम्हारा चेहरा जो जेहन में धुंधला पड़ गया था
रात बिल्कुल साफ़ दिखाई दे रहा था।
आवाज़ भी बिल्कुल वही।
खुशबु भी बिल्कुल वही।
मैं सपने से उठ कर एक साथ
इतना खुश और दुखी कभी नहीं हुआ।।-
और जिनके साथ हम खुल कर हँस सके,
खुल कर रो सके,
और कर सके वो सब कुछ
जिनसे हमारा जी भर जाये,
ऐसे लोग कुछ ही सही
पर सबकी ज़िंदगी में होने ज़रूर चाहिए,
क्यूँकि ऐसे लोग- लोग नही
वो होते है वो ठिकाना जहाँ से हम वाक़िफ़ होते है,
वो होते है वो गलियारा जहाँ के दस चक्कर लगाने पर भी हमारे पैर नही थकते,
वो होते है घर की वो खिड़कियाँ
जो दूर से देख लेती है राही के आने का इरादा,
वो होते है चार दिवारी की वो छत जो चारों कोने को जोड़े रखती है,
वो होते है वो आशियाना जिसकी तलब अमिर से फ़क़ीर तक करता है,
जब वो जाता है थक,
इस संसार की क्रियाओं से,
सब से,
ताकि ना केवल वो धूप
आधी और बरसात से बच सके,
बल्कि बच सके ख़ुद में चल रहे विरोध से !!-
बाँध दूँ चाँद, आँचल के इक छोर में
माँग भर दूँ तुम्हारी, सितारों से मैं..
क्या समर्पित करूँ, जन्मदिन पर तुम्हें
पूछता फिर रहा हूँ, बहारों से मैं...!
Happy Birthday To Very Close To My Heart-
दोस्त भी राह की दीवार समझते हैं मुझे
मैं समझता था कि यार समझते हैं मुझे-