वो मेरा इज़हार और इनकार उसका, वो ख़ामोश लफ्ज़ों में लिपटा हुआ प्यार उसका, हर राज़ बयां करती हैं वो निगाहें उसकी वो तेज़ धड़कनें वो दिल ए बेकरार उसका..!!
मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं था पास उसके, साथ बिताए लम्हों का हिसाब नहीं था पास उसके, कांटों से भर गया दामन वो मेरा देने को मुझे आज गुलाब नहीं था पास उसके..!!