ε⁠k_@h$@$h*   (ε⁠k_@h$@$h*)
1.8k Followers · 133 Following

Joined 18 September 2020


Joined 18 September 2020
22 APR AT 8:37

हमारे कमरे में उदासी है क़यामत की मगर
एक तस्वीर पुरानी सी हंस कर बात करती है..

हर सुबह चाय पर हम भूल भी जाए मगर
वो हमसे एक प्यारी सी मुलाकात करती हैं

-


21 APR AT 15:51

थोड़ी सी दीवानगी
थोड़ी सी बंदगी ..

-


20 APR AT 11:36

कमरा........

-


17 APR AT 0:19

मेरे किरदार
पर भी गिरती है स्याही ....

जब जब मैं तुम्हें
अपना इश्क लिखती हूं....

-


16 APR AT 22:09

चाबियां उन दरवाजे की भी रखती हूं
जो कभी खुलते नहीं मेरे लिए

-


15 APR AT 23:20

.. .

-


13 APR AT 0:46

मेरे एहसास.... ‌





-


12 APR AT 23:00

उसकी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत...
हम जहां में जिसकी तस्वीर लिए फिरते हैं...

तुम फिर से आ जाओ मेरी बाहों में बस,
रात भर इतना सा ख्वाब लिए फिरते हैं ....

-


12 APR AT 13:54

जब उसका मेरी हवेली में भ्रमण होता है
मेरे द्वार पर लगा हमेशा दर्पण होता है

कैसे तुम अब खुद को छुपाओगे हमसे
जानी तेरा इधर आना ही समर्पण होता है

कुछ तुम कहो कुछ हम कहते हैं क्या
खामोशी से चले जाना भी अर्पण होता है

-


11 APR AT 21:00


तू दिल पे बोझ ले के मुलाक़ात को ना आना
मिलना है इस तरह तो बिछड़ना क़ुबूल है

-


Fetching ε⁠k_@h$@$h* Quotes