वक्त कि बात है वो भी एक वक्त था,
ये भी एक वक्त हैं...
मेरा भी एक सपना था ,सपने मे सब अपने थे
सपना टुट गया अपने छुट गये ...-
# #...मरने से पहले... # #
ठिक पहले याद आते हैं सब रिश्ते नाते पुराने जिनसे बात किये बित गये थे जमाने, याद आता है माँ बाप के गोद में बिता हुआ बचपन ,कि परिवार के जिम्मेदारीयो में उम्र हो गयी तीस से पचपन ,दिल चाहता है अपनो को जिभर के देखना ,कभी जो खत्म ना हो इतनी बाते कर लेना, लगता है कास ऊपरवाला थोड़ा सा और वक़्त और देता, जिन जिन का दिल दुखाया हैं उनसे मिलकर माफ़ि माग लेता, याद आता है जिंदगी का हर छोटा बड़ा किस्सा ,जिसका जाने अनजाने में अपने बेगाने बन गये थे का हिस्सा, याद आती हैं जन्मभूमि, हाथो से लगाया पेड़ और बचपन वाला पुराना घर, वो साइकिल पर पीछे बैठे बचपन के साथी के साथ पुरे किये लम्बे लम्बे सफ़र ,इंसान बस जिना siikh हि रहा होता है पर अभी जिन्दगी का दामन छूट रहा होता है, होने लगता है अपनो को कभी न देख पाने का गम, अब विदा लेने का समय गया है ये सोचकर हो जाती है आंखे नम ......-
Admi Ho ya parinda khula chodna chahiye ,
apna hoga to ghar jarur ayega nhi to udd jaiga...-
हाल ए दिल किया बताए उस पथर को ,
जो सुनती नहीं न बोलती है ,
फ़िर भी जिसे पुजा जाता हो दिल से...-
शान्त स्वभाव का हूँ मगर ज्यादा दर्द सह लेना अादत नहीं...
जिस दिन स्वभाव मे भाव चले गये तो ,
जिस रावण के बारे में सुना और पढ़ा हैं उसे अपने सामने पाओगे...-
ज़िन्दगी में बाटना आवश्यक है पर जहा तक हो सके प्रेम से दिया जाय तो वहा सब खुशी प्यार मिल जाता है ,लेकिन अपने अधिकार को मांगना पड़े तो वहाँ मन में दुवेस,विश्वासहिन और अपमान आ जाता है लेकिन जहा तक हो सके एक साथ रहने कि कोशिश करे क्यो कि बाटता हमेशा बाट देता है ,और साथ मे रहना शक्ति और मान बनाये रखता है साथ में रहिए और साथ में आगे चलिये क्यो कि जहाँ बाट दिया जाता है वहाँ कमजोर भी आपके साथ खेल खेलते है...
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किसी ने सच कहा है कि संघर्ष अपने पिता से सीख लेना,
और सस्कार अपने माता से ,बाकि ये दुनिया सिखा देगी...
कुछ नहीं है हमारी कहानि बस एक भरोसा और एक प्रयास...-
किसी ने सच कहा है कि संघर्ष अपने पिता से सीख लेना और सस्कार अपने माता से, ये बाकि दुनिया सिखा देगी ..
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सपने तो ज़िन्दगी में कुछ कर गुजरने कि थी, पर
जिंदगी में कुछ कर के गुजर गये पता न चला...-
ये मन कितना चंचल हैं किसी के बस में नहीं आता ये मन मेरा # # कभी - कभी मुस्कुरा देता है ,तो फ़िर रुला देता है ,तो कोई भुला देता है मेरे मन में प्यार सी जग जाता है उसे देख मुझे मन ये कहता # #
तु कभी पास तो नहीं पर याद तो है..
तु ज़िन्दगी तो नहीं पर ,
ज़िन्दगी कि एहसास तो है ..
तु खुशी में शामिल तो नहीं पर,
मेरे दर्द की दबा तो हैं..
कभी -कभी रोह लेता हूँ मैं,
तेरी यादो कि दरिया बहा देता हूँ ...
कभी -कभी मेहफ़िल मे मुस्कुरा लेता हूँ मै
सोने से पहले याद कर लेता हूँ ...
तु कभी पास तो नहीं पर याद तो हैं....
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