दोस्तों का हँसना - हँसाना याद है अब भी ।
बिताये दिन वो कॉलेज के मुझे तो याद हैं अब भी ।
हमें तुम याद हो अब भी तुम्हें हम याद हैं अब भी ।।-
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तेरे शानों पे सिर रख के भला मैं सो गया था तब ।
तुम्हारी झील सी आंखों में इकपल खो गया था तब ।
कि इन आँखों की ख़्वाहिश है तुम्हें बस देखते रहना,
वही लम्हा मिले फिर से जो पहले हो गया था तब ।।-
हो गई गलती है मुझसे माफीनामा भी कहा था ।
रूठ जाना तो हमेशा से ही फितरत में रहा था ।।-
दिल के तुम पास हो कोई दूरी नहीं ।
फूल को फूल देना जरूरी नहीं ।
कोई कुछ भी कहे और कहता रहे,
है मुकम्मल मुहब्बत अधूरी नहीं ।।-
दिल की तुमसे ही तो बस लगी आस है ।
हां, तुम्हीं हो न कुछ और ही खास है ।
बस इसी बात में मैं तो उलझा रहा,
ये मेरा दिल भला क्यूं तेरे पास है ।।-
जब मनाऊं मान जाते है हुआ हर बार ही तो,
सच कहूं मैं रुठ जाना भी न आया था तुम्हें तो ।-
जिन्दगी की शुरू तब कहानी हुई ।
दिल कहे जब से तू बागवानी हुई ।
खुशनसीबी रही यार दिल की यही,
तू मेरे ख़्वाब की जब से रानी हुई ।।-
मौज़ में ही रही रात- रानी मेरी ।
दर्द में कट रही है जवानी मेरी ।
और क्या हम बताएं भला आपको,
आसुओं ने लिखी है कहानी मेरी ।।-
कि खिल उठता मेरा दिल तो महज़ ये सोचने भर से,
सफ़र के वक्त की तस्वीर तो सबसे हसीं होगी ।-