तुम्हारे लिए दिल न लाचार होता
नहीं जाते तुम भी अगर प्यार होता-
WhatsApp:- +917836038421
FB - Pramod Kumar Arya
हो गई गलती है मुझसे माफीनामा भी कहा था ।
रूठ जाना तो हमेशा से ही फितरत में रहा था ।।-
दिल के तुम पास हो कोई दूरी नहीं ।
फूल को फूल देना जरूरी नहीं ।
कोई कुछ भी कहे और कहता रहे,
है मुकम्मल मुहब्बत अधूरी नहीं ।।-
दिल की तुमसे ही तो बस लगी आस है ।
हां, तुम्हीं हो न कुछ और ही खास है ।
बस इसी बात में मैं तो उलझा रहा,
ये मेरा दिल भला क्यूं तेरे पास है ।।-
जब मनाऊं मान जाते है हुआ हर बार ही तो,
सच कहूं मैं रुठ जाना भी न आया था तुम्हें तो ।-
जिन्दगी की शुरू तब कहानी हुई ।
दिल कहे जब से तू बागवानी हुई ।
खुशनसीबी रही यार दिल की यही,
तू मेरे ख़्वाब की जब से रानी हुई ।।-
मौज़ में ही रही रात- रानी मेरी ।
दर्द में कट रही है जवानी मेरी ।
और क्या हम बताएं भला आपको,
आसुओं ने लिखी है कहानी मेरी ।।-
कि खिल उठता मेरा दिल तो महज़ ये सोचने भर से,
सफ़र के वक्त की तस्वीर तो सबसे हसीं होगी ।-
कि सजदे में सर को झुकाए रखा था ।
मुहब्बत ने हमको बचाए रखा था ।
नहीं थी खबर ये बिछड़ना पड़ेगा,
जिसे यार दिल से लगाए रखा था ।।-
बदल जाएगा तब सब कुछ यही मौसम नहीं होंगें ।
कभी तो वक्त आयेगा कि इतने गम नहीं होंगें ।
झमेले लाख देखे हैं अलग दुनिया रहेगी तब,
हमारे गीत होंगें हां मगर तब हम नहीं होंगें ।।-