DrRavikirti Didwania   (Dil_ki_zamin (Ravikirti))
185 Followers · 165 Following

read more
Joined 6 July 2017


read more
Joined 6 July 2017
21 APR AT 13:05

वीर वही है जो हिंसा के विचार तक को क्षमा से समाप्त कर देता है
वीर वही जो है क्षमाशील जय जय महावीर

-


21 APR AT 0:10

उस दौर में जब तू बेसुद था पड़ा
मैं ज़माने को लेकर तेरे पास था खड़ा
तू आकर होश में आज
ज़माने को ले मेरे ही खिलाफ है खड़ा
अजीब सा दौर है कभी मैं तेरे लिए लड़ा
और आज तू मुझसे ही लड़ने को है खड़ा
देखते है किसका पाला किससे है पड़ा
कहते है वक्त के साथ सब बीत जाता है
सच्ची हो महोब्बत तो दिवाना जीत जाता है
आखिर भर ही जाता है झूठ का घड़ा
तब जिंदगी कर लेती है अपना रुख कड़ा
जब कभी खोदी जायेगी कबरे यहां
निकल आएंगे राज जो यहीं है गड़ा।

-


13 APR AT 13:44

वक़्त ही बताएगा सबकी वक़'अत
ये ही सिखाएगा सबको सबक
कोई चुकाएगा नमक की कीमत
कोई जख्मों पे छिड़काएगा नमक।

-


21 MAR AT 0:14

जब से बढ़ाया हमनें जाप्ता सरहदों पे 
तब से हो रहा राब्ता उनकी नफरतों से 
हम वाकिफ तो ना थे उनकी हसरतों से 
मगर प्यार किया पार जा के अपनी हदों से।

-


15 MAR AT 1:32

मिट्टी सा पड़ा था मैं
था निर्जीव सा पुतला
तूने ही सिखाई मुझको
जीने की अद्भुत कला।
जीवन को आकार दिया
स्वप्न रूप साकार दिया
मंत्र जो तूने सुझाया
उसने जीत का पुरस्कार दिया।

-


14 MAR AT 0:34

कुछ पाने के चक्कर में कुछ छीना गया
मेहनत में सिर से एड़ी तक पसीना गया
तनख्वाह गई पहले फिर महीना गया
मौज के लिए मुलाज़िम कहीं ना गया।

-


13 MAR AT 7:35

Paid Content

-


12 MAR AT 1:27

बड़ी मुश्किल से जोड़ा था
फिर से तोड़ दिया
पहले से ज्यादा टुकड़ो में
बिखेर के छोड़ दिया।

-


10 MAR AT 20:51

बड़ी आसानी से कह देते है कुछ भी
"कहने वाले"
क्योंकि मिर्च मसाला नहीं लगा पाते
"सहने वाले"

-


9 MAR AT 21:37

ईमानदारी ने अक्सर अरमानों को रौंदा
बेईमानी से बन तो जाता है घरौंदा
मगर मर जाता है इंसान अपने अंदर
कर अरमानों के खातिर इमानों का सौदा

-


Fetching DrRavikirti Didwania Quotes