प्रतिशोध की चिंगारी
ले लेगी तुझे अपनी गोद में
वक्त है अभी भी संभल जा
अन्यथा निगल लेगी तुझे
प्रतिशोध की चिंगारी
-
DrLavkesh Gandhi
(DR LAVKESH GANDHI)
448 Followers · 405 Following
Your Qoute Book --" बहते आँसू " (जमुनियाँ एक गाथा )
Joined 13 June 2019
14 JUN 2020 AT 20:40
7 JAN 2022 AT 10:16
अनवरत परिश्रम करना पड़ता है
बिना थके हारे अनवरत चलना पड़ता है
जब तक न मिल जाए मंजिल
तब तक अनवरत चलना पड़ता है-
7 JAN 2022 AT 9:39
कभी मेरे घर भी उतर आओ
बैठकर कुछ बातें कर लेंगे
दिल की अरमां तुझको बता देंगे
साथ बैठकर चाय पी लेंगे-
6 JAN 2022 AT 14:37
मैं आज तक नहीं भूला हूंँ
मुझे याद रहेगा यह जीवन भर
मैं भूलना भी नहीं चाहता
धोखे के बहाने से तुझे जीवन भर-
6 JAN 2022 AT 14:35
कि मैं खुदकुशी कर लूंँगी
मन में गलतफहमी ना पाल रखना
मैं तो जीना चाहती हूंँ खुले आसमान में-
6 JAN 2022 AT 14:32
जमाना तो साथ है मेरे
गम किस बात का है मुझे
जब जमाना साथ है मेरे-
5 JAN 2022 AT 13:25
बदल जाता है
समझ भी नहीं आता
जब होश आता है
तब तक वक्त बीत जाता है-