ये मन है एक प्याला, भरम का छेद जिसमें
भर-भर के सबसे देखा, भरम नहीं भरा जी-
उसके लिए इश्क़ में
इतना बस कर जाना
दिल अपना करके आगे
मन में अपने मर जाना
©
Love ... read more
अंधेरे को मुसलसल काला देखकर
फिर आँखें जल गईं उजाला देखकर
कर देते अनदेखा तो पहुँच गए होते
कुछ सफ़र अधूरे हैं छाला देखकर
सभी की भूख मिटती नहीं खाकर भी
कोई मुत्मईन है गरीब का निवाला देखकर-
पेट के भर जाने तक केवल
मज़दूर रोटी कमानी जानते हैं
पानी से लौटके आने वाले
प्यास के अधूरे मा'नी जानते हैं-
चेतन का अवचेतन के प्रति समर्पण है
नींद हमारी आकांक्षाओं का अधूरापन है
चेतन पर अवचेतन का पदार्पण है
ध्यान हमारी रिक्तताओं का दर्पण है-
The Person who is seeking for truth
Is like
Google is googling for google😂-
तुम्हें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं है
तुम्हारा दुःख, दूसरों का आधा भी नहीं है-
तकसीम करके देखें हैं सब दीन
ज़्यादा फ़र्क नहीं है
फ़िरदौस आख़री ख्वाहिश है तो
अलहदा नर्क नहीं है-
बला की शोहरत चाहने वाले
पहले खुदी गुमनाम कर
कुछ अगर करना है तो
सबसे ज़रूरी काम कर
पसंद से अपने जीने की खातिर
पहले जीना अपना हराम कर
खलीश अगरचे दिल में है
यकबयक उसे कुबूल कर
सबके दिली जज़्बात का
जायज़ ज़रूरी एहतराम कर
लाज़िम नहीं कि सब कुछ की
रगों को तू पकड़ सके
काम किसी के जो बन सके
हाथों को सिर्फ़ थाम कर
अपनी पसंद जो देखेगा
दुनिया यकरंगी होनी है
सबकी सेहत इसमें है
सारा जहाँ गुलफाम कर-