चले जायेंगे एक दिन सपने
गर्त में रंगीन नगमे
पूरा कर लो,
कह लो
उससे पहले अरमान अपने
अमरता के चक्कर में, मुख फेरे व्यर्थ न गवाओं
कि छूट जायेंगे एक दिन सपने
चलो संग चलें idea के अपने
ईमानदारी से कल भी जियेंगे आज के नए सपने
क्योंकि ये सपने हैं अपने।।-
Photographer
Poet
Blogger
चाहे जहाँ तक भी जाए सफर
हम चल तो सकते हैं
फिर चाहे क्यूँ न जाएं थक
थोड़ा बल तो है तन में
कि बना लें थोड़ा आज में ' कल ' ।।-
रेतीली जमीन
रेत बिखरी पड़ी थी और भूमि अपनी उँगली से उसमें design बना रही थी, देखते ही देखते वहाँ एक नाव आयी और उसकी design पर पानी की बूंदे छिटक गयी, वह होशियार थी, मालूम था कि नदी है और नौकविहार का मौसम है, उस जैसे कई सैलानी नदी का स्पर्श लेने और उसके साथ सुरीला समय बिताने आये हैं। कला को उकेरते सब भूल गयी थी, इस दुनिया की चीज़े, रिश्ते, चिंताएं, ज़िंदगी की दौड़, सबसे जैसे दिमाग छुट्टी ले अपनी ही धुन में दुनिया का लुफ्त उठा रहा था, कुदरत के करिश्मे को निहार रहा था, यहाँ की दुनिया को समझने में उसे कोई दिक्कत न थी, जब नाव ने उसकी नींद तोड़ दी और उसकी दुनिया बदली। घर जाने का समय हो गया था, कल से फिर वही सवारी करनी थी पर इस छुट्टी ने भूमि के भीतर कुछ सुकून की बूंदे भरी तो थी, रेत में बनाई कलाकृति को सच करने वो 'अपनी' दुनिया में निकल पड़ी थी।-
The dust of mulberry
To attract the silk weavers
To create the beautiful piece out of me!-
Is full of glistening pearls
Yet I find difficulty to understand
How am I to contribute to its transformation 'today'!-
Of the ideas to survive through the night
They are the carriers
As well disruptors
Who help me wake through the dwellings
Of what is to be reached that day!-