यूँ तो हम आए थे शिक़ायत की अर्ज़ियां लेकर,लब खुले तो फिर से उनकी खैरियत माँग बैठे..! -
यूँ तो हम आए थे शिक़ायत की अर्ज़ियां लेकर,लब खुले तो फिर से उनकी खैरियत माँग बैठे..!
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जिस्म-ए-चाहत में बदल लिए महबूब उसने,हम बैठे रहे इश्क़ का ताना-बाना लेकर..... -
जिस्म-ए-चाहत में बदल लिए महबूब उसने,हम बैठे रहे इश्क़ का ताना-बाना लेकर.....
जाने कितनी दफ़ा शरमायी वो,एक जब उसने तारीफ़ की..और कितनी हीं बार उस तारीफ़ को याद कर ! -
जाने कितनी दफ़ा शरमायी वो,एक जब उसने तारीफ़ की..और कितनी हीं बार उस तारीफ़ को याद कर !
कभी कभी थककर लोग वैसे हीं बन जाते हैं ,जैसा होने का दुनिया उनपर इल्ज़ाम लगाती है !! -
कभी कभी थककर लोग वैसे हीं बन जाते हैं ,जैसा होने का दुनिया उनपर इल्ज़ाम लगाती है !!
तेरे रुबरु हुए तो ये जाना हमने ,ये दुनिया ऐसे हीं नहीं इतनी खुबसूरत है ! -
तेरे रुबरु हुए तो ये जाना हमने ,ये दुनिया ऐसे हीं नहीं इतनी खुबसूरत है !
हम हैरां हैं इस बात पे मुर्शद ,उन्होनें ताल्लुक भी तोड़ा है तो कितने अदब से! -
हम हैरां हैं इस बात पे मुर्शद ,उन्होनें ताल्लुक भी तोड़ा है तो कितने अदब से!
कुछ रिश्तों को अपना सब कुछ देकर भी नहीं बचा पाते हम.... -
कुछ रिश्तों को अपना सब कुछ देकर भी नहीं बचा पाते हम....
किसी के गले लगना कहाँ इतना मुश्किल है भला ,असल मेंगले लगाने वाले का हमारे जीवन में होना अधिक मुश्किल है...🥀 -
किसी के गले लगना कहाँ इतना मुश्किल है भला ,असल मेंगले लगाने वाले का हमारे जीवन में होना अधिक मुश्किल है...🥀
अब क्या करोगे हमारा हाल पूछकर ,तुम्हारा दिल लगता रहे बस..... -
अब क्या करोगे हमारा हाल पूछकर ,तुम्हारा दिल लगता रहे बस.....
बस इतना किया मेरे अलविदा कहने पर,रख दिया अधर उसने मेरे माथे पर!ये कैसे बेबस खड़ी है तू राशि,रोक भी नहीं सकती उसकी बाहें पकड़कर!मैं आईना देखूँ तो छूकर देखूँ इसको,कितना कुछ बोल गया वो कुछ ना बोलकर !अब उस छुअन का एहसास है कुमकुम की जगह,तेरी याद में गुजरेगी ये शब और सहर ! -
बस इतना किया मेरे अलविदा कहने पर,रख दिया अधर उसने मेरे माथे पर!ये कैसे बेबस खड़ी है तू राशि,रोक भी नहीं सकती उसकी बाहें पकड़कर!मैं आईना देखूँ तो छूकर देखूँ इसको,कितना कुछ बोल गया वो कुछ ना बोलकर !अब उस छुअन का एहसास है कुमकुम की जगह,तेरी याद में गुजरेगी ये शब और सहर !