"आपको और आपके सभी अपनो को होली की अशेष शुभकामनाएं"
डॉ. दीपमाला
माता सुंदरी कॉलेज,
दिल्ली विश्वविद्यालय-
"गहरी निश्चिंतता आपका जन्म सिद्ध अधिकार है।"
"Deep and heavy relaxation is your birth right."
- डॉ. दीपमाला-
"आप ईश्वर की बनाई एक खूबसूरत रचना है....यह बात स्वयं से प्रेम करने के लिए पर्याप्त है।"
- डॉ. दीपमाला-
लोग कहते हैं....
मैं जिस चीज को
स्पर्श कर लेती हूं
वो 'सोना' हो जाती है..
गलती से मैंने
उसे स्पर्श कर लिया
और
वो 'सोना' हो गया...
सोना होते ही...
बदल गया उसका 'भाव'
और भाव बदलते ही
बदल गए सम्बन्ध..व्यवहार
और जीवन के
अंतरंग नितिहार्थ...
- डॉ. दीपमाला
-
कैद उसने मांगी नहीं
और
रिहाई मैं दे न सकी...
बस
इसी कशमश में
जिंदगी का सफर कट गया..
- डॉ. दीपमाला-
मैं मिटा दूँ...
खुद को
यह मुमकिन नहीं
आख़िर
मेरे होने से
तेरा
वजूद भी तो जुड़ा है..
जितना जरूरी है
तेरा होना...
उससे थोड़ा ज्यादा
जरूरी है...
मुझ में मेरा होना
- डॉ. दीपमाला-
सुनो...
कुछ कहती हूँ
अगर
सुन सको तो...
कह तो दूँगी...
पर
क्या तुम वही
सुन पाओगे..
जो मैंने कहा..
- डॉ. दीपमाला-
"स्वयं से प्रेम करना आपकी जरूरत भर नहीं बल्कि आपकी जिम्मेदारी भी है।"
- डॉ. दीपमाला-
"If you are not ready to leave past...You will never be able to build ur future...Leave Past...Live in Present and forget about Future."
- Dr. Deepmala-
"आपके भीतर की कुरूपता के दर्शन तो दुनिया आपको करवा देंगी... अपने भीतर का सौंदर्य देखने के लिए साधना चाहिए।"
# डॉ. दीपमाला-