जो लोग ज़िंदगी में अपनी
सोच तक नहीं बदल सकते,
वो लोग ज़िंदगी में खुद को कभी
नहीं बदल सकते..l
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मैने ज़िंदगी में दोस्त नहीं ढूंढे,
मैने एक दोस्त में ज़िंदगी ढूंढी हैं।❣️❤️🩹🫂
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जिसके पास पैसा नहीं होता...
तो कोई उसकी इज्जत नहीं करता,
और जिसके पास पैसा होता है...
वो किसी की इज्जत नहीं करता...💯-
कण कण समेट कर बनाया है मैने खुद को,
मुझसे ये मत कहना कि बहुत मिलेंगे तुम जैसे। 💯
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❝ एक रात, एक बात लिखेंगे..
हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे..
कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे..
हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे..
बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी..
अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे..
लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी..
एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे.."✍️✍️
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तुम्हें याद रखने का
मेरा अंदाज थोड़ा निराला है
मैंने तुम्हें तस्वीरों में नहीं
शब्दों में सम्भाला है
कभी लिख दी
दो लाइन की शायरी तुम पर
तो कभी तुम्हारी यादों में
पूरा ...खाली पन्ना ही भर डाला है...!!😊
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लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं
जब जिंदगी ही दर्द का पैमाना है,
तो लोग ख़ाली शीशों की तरह उछलते क्यूँ हैं
मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूँ हैं
नींद से मेरा ताल्लुक़ ही नहीं बरसों से
तो ख़्वाब आ आ के मेरे छत पे टहलते क्यूँ हैं
मैं न जुगनू हूँ,न दिया हूँ,न कोई तारा हूँ,
तो फिर रौशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यूँ हैं..
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