जिसने कहा था बाते करना पसंद है
खैर,उससे ही बाते अभी बंद है-
A Poetry turned into medicine
Music lover, singer
Instagra... read more
मोहब्बत मे डूब जाने का हुनर है हममे,
मगर कोई डूबा ही दे तो मोहब्बत कैसी,
इतना ही है तो पिंजरे से रिहा कर,
यूँ कैदी बना देने से हिफाज़त कैसी,
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मोहब्बत मे डूब जाने का हुनर है हममे,
मगर कोई डूबा ही दे तो मोहब्बत कैसी-
जिस तरह से रखता है वो ख़्याल तेरा,
तुझे वो गुस्से का हकदार नहीं लगता क्या,
तुम मांगती हो उससे वक़्त अपने लिए,
वक़्त देना उसे प्यार नहीं लगता क्या,-
जो भी तुझ से होकर आए,बर्बाद आए,
मेरे लिए पहले तू,बाकी सब तेरे बाद आए,
मैं तो ठहरा एक काली रात प्रिये ❤️
कैसे ना मुझ को चाँद की याद आए-
सोचता हूँ नहीं करूंगा फिर भी सही लगती है
करो तो राह-ए-इश्क़ हर दफा नई लगती है
मुद्दतों बाद खोला है यादों का पिटारा मैंने
तेरी तस्वीर आज भी मुझको नई लगती है
बार बार कानों के पीछे करती हो बालोंं को,
तेरे कानों की बालियां लगता है नई लगती है-
इम्तिहां-ए-जिन्दगी में हंसी-खुशी रो दिये,
हमने नौकरी के तले कई ख़्वाब खो दिये,
मोहब्बत के आखिरी पड़ाव पर था मैं,
कम्बख्त उस फूल ने कई कांटे बो दिये-
उसके हाव-भाव से तो प्यार हमेशा लगता था,
मैं जब रूठता तो वो गले से आ लगता था,
लिबास बदलता हूँ तो ये ख्याल आता है,
रंग उसे मैरून अच्छा लगता था,
बिछड़ते वक़्त वो टस से मस ना हुआ,
कभी ऐसी बातों से उसको बुरा लगता था
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जिनका कोई नहीं होता जिंदगी मे,
उनके फिर अल्लाह होते है
तेरी तो मैने जुल्फें संवारी है,
खुद के तो मैने बाल नोचे है-