Tiwari ji
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बस तुम भी 'ओम' बन जाना।
बनकर 'ओम' तुम भी लोगों के दिलों में रहना,
रिश... read more
सुनो....
ज़िक्र जज़्बातों का जहन से जाता ही नहीं,
चांद आता है तारे भी आते है
पर वो शख़्स अब आता ही नहीं..!!-
जो ताउम्र निभाती रही रिश्ते अनमोल,
मगर
कुछ बातों ने रिश्तों में दरारें डाल दी..!!-
कि तुम जो बीत गए कितनों की उम्मीदें टूटेगी।
वो जो इंतज़ार में हैं राही,
क्या होगा अगर उसकी गाड़ी छूटेगी।
वो जो डाली बेकाबू है देखने खिलते फूल को,
क्या होगा जो अगर कली खिलने से पहले टूटेगी।
प्रियतम जो ना लौटा बताए वक्त पर,
क्या होगा जब वियोग में प्रियतमा रूठेगी।-
इस नकाबपोश मतलबी दुनियां के बीच,
कोई वफादार अगर मिले तुम्हे....
संभाल कर रखना तुम इन्हें
ये हर किसी को नहीं मिलते..!!-
बदलाव जरूरी हैं
यक़ीनन जब आप अपने आचरण को
एक लंबे समय तक परिवर्तित नहीं करते
तो आपका ये आचरण सब को खलने लगता हैं।
बेशक आचरण में नरमी हो ये जायज़ हैं मगर,
फितरतन नरमी आपसे आपका परिचय छिन लेती हैं।-