Dr. Nivedita   (Dr.Nivedita (Dooja ))
410 Followers · 216 Following

Live to write.....
Joined 30 November 2020


Live to write.....
Joined 30 November 2020
29 APR AT 15:11

बड़ी बड़ी बातें सिर्फ़ स्टेटस और पोस्ट पर अच्छे लगते हैं, जीवन में तो लोग छोटी छोटी बातों को भी नहीं संभाल पाते।

-


21 APR AT 22:45

चाहे तर्क जितने भी कर लो ,
होगा वही जो क़िस्मत में लिखा होगा।

-


20 APR AT 19:36

इंसान सामाजिक और मानसिक कुरीतियों में इतनी गहराई तक धंस चुका है कि,
एक क्रांतिकारी निर्णय लेना उसके लिए बहुत बड़ी चुनौती का विषय बन जाता है।
अपने उलझे हुए विचारों से निकल कर सही और गलत का आंकलन कर पाना भी उसके लिए कभी कभी बहुत कठिन हो जाता है।

-


11 APR AT 19:20

ओढ़ के तेरे अक्श को ।
हम ही तुम बन जाएं क्या ?
चले आओ जीवन में जाना ।
और तुमसे हम अब चाहें क्या ?
भीग रही है पलके जो तेरी ।
हम भी आंसू बरसाएं क्या?
तुम कहती हो धड़कन हो।
तुमको सांसों में भर जाएं क्या?
बन जाओ हर दर्द का मरहम।
हम अपने दर्द दिखाएं क्या ?
बैठे हम तुम नदियां के तीरे ।
रात चांदनी कर जाएं क्या ?




-


11 APR AT 19:00

मिलने की कहानियां ,बिछड़ने के दास्तां,
कितने हम सुनाएं, कितने वो कह गए।

-


11 APR AT 18:55

मुझे संभाले रखा था जिस उम्मीद ने अब तक ,
यकीन है अब वो भी दिलशाद होगा कहीं।

-


5 APR AT 22:27

बहुमूल्य मिले हो रत्न ना चाहे।
ना हाथ लगा कोई खज़ाना हो ,
चाहे अंजुल में टुकड़े हो पत्थर के
तो भी ये जीवन व्यर्थ नहीं।

-


2 APR AT 5:41

छूटते ही साहिल से जब दरिया लहराें से टकराता है ,
क्या है रवानी मौजों की ,ये किनारा भी बतलाता है।

-


1 APR AT 20:34

कितने जतन के ये आरज़ू,
कितने जतन की चाह ,
जो मन का शृंगार करें ,
उसे ना तन की परवाह।

-


9 MAR AT 15:56

ज़िक्र करने लगे अब वो भी मेरे शहर का ।
मौसम का हाल है आशिकाना अब,मेरे शहर का ।।

उनकी बातों में दिखने लगी कुछ दीवानगी ।
नाम आता है हर बार अब मेरे शहर का ।।

थी मशरूफियत उनकी ,इतनी ना काम से।
होने लगा ,काम से दौरा अब मेरे शहर का।।

अच्छी कहांँ इतनी वादियां यहांँ, पर सही है।
उनका घूमने का ख़याल अब जो मेरे शहर का।।

-


Fetching Dr. Nivedita Quotes