DR Nirankush V. Khubalkar   ("नीर")
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Joined 18 April 2018


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Joined 18 April 2018

मुहब्बत, प्यार, इश्क़ ऐसे और भी
कई अल्फ़ाज़ से नवाजा जाता
रहा है इस एहसास को...
कभी सुकून दे जाता
मन की गहराईयों को,
तो दर्द-ए-दिल का नासूर बना
देता नाकामियों को..
कभी वही अंजाम-ए-इश्क़
ले जाता एहसास को..
तख़्त-ओ-ताज बनाने की ख़्वाहिश
गर्त तक भी ले जाती एहसास को..

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आ जाते है अनेकों मुखौटें ओढ़ कर, रिश्ते बनावटी,
मिलते है इसी नफ़रती समाज के सामाने-सजावटी..
कहने को मीठी मिश्री घोल के बे ख़ौफ़ अल्फ़ाज़ लिए,
ओढ़कर लिबासे-शराफ़त दिल तो मगर मैले खुराफाती..

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तुम हमारी शायरी पढ़ो, हम तुम्हें,
लगती हमें हो कोई हूर,
तुम शायरी के अल्फ़ाज़ पढ़ो,
हम तो तुम्हारे चेहरे का नूर..

मिलने से पहले तुमसे यारा,
हम न थे कभी इतने मशहूर,
यक़ीनन, दिन दूर नहीं अब वो,
पहचानेगा हर कोई ज़रूर..

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जिस्म पर तेरे मैं हक़ जताने की
इजाज़त के लिए शुक्रिया...
शिद्दत से उस में जान फूंक दी हमने.
सुर्ख़ लबों का रस चूसते नाम उनपे
इस कदर लिख दिया हमने..

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When legs spread apart,
the prime location of the valley
With reddish interior...
Sliding in deeper with the pole
To explore is nothing
Less than ultimate pleasure..

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The pleasure of piercing deeper and deeper inside your pinky welvety groove is incomparable...
That keeps you in ecstacy is my pleasure too, but it troubles when you're not there, the desire unpenetrable..

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Your ecstacy mixed with desire
To surrender was so intense,
That made me go hard down there
So as to pierce immense..
Softened with elixir of life the pink valley, juicy lip sucking invited organ mine,
Rubbing skin, liplocking, no wonder digging
My back fingernails thine...

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हिसाब-किताब करते रहेंगे बाद में ऐ ज़िंदगी.
उसके लिए पहले कुछ तो जी लेने दे ज़िंदगी..
हर तरफ "नीर"फ़रेब ही तो दिखाई दे ज़िंदगी,
झूठ मक्कारी से कुछ तो निजात पाने दे ज़िंदगी..

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उन फ़ासलों का क्या फ़ायदा, जिनमें सिर्फ़
नज़दीकियों का एहसास भर हो,
जो नज़दीकियाँ कभी पास आने न देगी,
उनमें पास होने का एहसास भर हो..
न सोच "नीर" उस एहसास का,
जो एक भुलावा दिल को सिर्फ़ लुभाने भर हो,
एहसास उन फ़ासलों और नज़दीकियों
के बीच का बस समझो अन्तर भर हो..

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बात तो एकदम सही कही,
चाय भी दवा के बजाये
जाम सा लग सकता है,
तुम गर साथ हो, तो नशा
आँखों के इशारों से पिलाया,
जाम लग सकता है ..

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