Dr .Kajal Singh   (Dr Kajal singh)
182 Followers · 38 Following

read more
Joined 25 June 2021


read more
Joined 25 June 2021
30 JUL 2024 AT 0:34

Life went on but it will never be same again (⁠◔⁠‿⁠◔⁠)🦋

-


30 JUN 2022 AT 10:17

Dear me ,
I know u scared
But u can handle this
Love me ◉‿◉◉‿◉♥️

-


26 JAN 2022 AT 18:48

उलझनों की भीड में
लापता हैं जिंदगी।।।— % &

-


24 JAN 2022 AT 2:05

निगाहे खूबसूरत होनी चाहिए
चेहरे से तो सभी खूबसूरत होते हैं....(◠‿◕)

-


22 JAN 2022 AT 22:29

You never understand me
I never explain you ....🙃

-


10 AUG 2021 AT 13:40

बार बार यूं अजमा कर तू जिंदगी का हिसाब ना मांग
हालात कुछ बिगड़े बिगड़े से है ,
ऐ जिंदगी तू सभी बातों का ज़वाब ना मांग...

-


27 JUL 2021 AT 6:03

Musafir hu apni talash me
Ghum hu khi apne aap me
Kaid hu apni zazbaat me
Riyah hu apni halaat se
Khamosh hu apni awaz me
Ghum hu apni unkhi btt me
Musafir hu apni talash me ....

-


23 JUL 2021 AT 23:49

दी....
एक ऐसा सबद जिसे बोलते ही वो सुन जाति थी
वो अक्सर मेरे मन की बाते समझ जाति थी
वो खुद रोती खुद मुझे मनाती थी
वो अपने सभी खिशसे मुझे बताती थी
मां पापा की तरह मुझे प्यार से मेरी गलती पे मुझे समझाती थी
ऐसे तो हम एक दूसरे की बात भी नहीं मानते थे
पर दूर रहने पे हम दोनो को एक दुसरे की याद बहुत सताती थी
मेरे लिए अपनो को भी सुना आती थी
मेरे लिए अक्सर नए चीज़े मेरे बिना कहे लाती थी
सभी जगह वो मेरी दीदी के नाम से जानी जाती थी
डाट फटकारकर अच्छा गलत सब समझाती थी
और मेरे गुस्सा होने पे मुझे प्यार से मनाती थी
वो सभी जगह मेरी दीदी कहलाती थी.....🙃😌

-


21 JUL 2021 AT 23:02

Itne logo ke bich bs tumhi ek apne se lage
Tum mere kuch adhure sapne se lage ....

-


20 JUL 2021 AT 18:10

भाई....
वो बिन पूछे अपने मन की बात बताता था
वो हर रात अपने साथ हुई सभी बात मुझे समझाता था
और मुझे अपनी बातों से खुश कर मेरा फोन माग ले जाता था
वो रोज़ मुझसे लरता रोज मुझे मनाता था
बेवजह बातों पे अक्सर मुझे हसाता था
झूठ बोलकर मुझे मां पापा से डाट भीं सुनवाता था
पर मेरे चेहरे की उदासी देख
रातों में एक चॉकलेट देकर मना जाता था
जबभी उसे गुस्सा आता मुझपे निकाल जाता था
खुद का खाना खाता नहीं था मुझे खिला कर खुश हो जाता था
मेरे आंखों पे आंसू देख
वो खुद भी नम हो जाता था
ये उसका प्यार था जो अक्सर उसे मेरे पास ले आता था
वो अपनी माशूमियत में बहुत कुछ बोल जाता था
ये उसका प्यार ही तो था जो मेरे पास उसे ले आता था .....

-


Fetching Dr .Kajal Singh Quotes