शिक़ायत आज एक ही है ज़िन्दगी से,
क्या मुज में मेरा होने देगी तू?
🖋️ Jigar Pandya💕-
Learn Sitar, Keyboard, Harmonium, Flute, Viol... read more
भले ही नाज़ुक कली हो, मगर घाव देती तो है,
ये ज़िन्दगी है "जिगर", कुछ इम्तेहान लेती तो है।
🖋️ Jigar Pandya💕-
मैं शुक्रगुज़ार हूं उन सबका जो मुजे नापसंद करते हैं,
मुजे अपनेआप में ही रखने का शुक्रिया ।।
🖋️~JGR💕-
बहुत ही बेरहम है ये आलम, जो तेरी ख़बर नहीं देता,
मुजे तुजसे और तुजे मुजसे ये मिलने नहीं देता,
जहन-ओ-जिगर में हर पल तपता हुआ तेरा ये ख़याल,
ना ही मुजे हंसने देता, ना ही ये रोने देता ।
✍️Jigar Pandya💞-
बहूत पाक़ीज़दगी से रिश्ता जोड़ा था हमने,
उनकी गलतफेमियों ने मुजे ग़ैर बना दिया ।
✍️💞Jigar Pandya✍️💞-
ना गिड़गिड़ाना सामने किसीके मुहब्बत के लिये,
प्यार को ज़रूरत की निगाह से देखतें है लोग ।
✍️💞Jigar Pandya✍️💞-
बहुत दिनों बाद हमको याद किया उसने,
शायद कोई गमगीन ग़ज़ल सुन रहा था वो ।
✍️💞Jigar Pandya✍️💞-
रोज़ रुठ कर केहती है ये मेरी क़लम मुजे,
बाद उनके नाम के भी अल्फ़ाज़-ए-समंदर है ।
✍️💞Jigar Pandya✍️💞-
अब मान भी जाओ, लो तुम्हारा ग़ुरूर जीत गया,
क़ुबूल है मुजे वो ग़ुनाह भी, जिससे मैं बेख़बर हूं।
✍️ 💞Jigar Pandya✍️💞-
रोज़ मेरा यूं गिड़गिड़ाना तेरे आगे, ख़ुदा गवाह है,
यूं किसीको नज़र-अंदाज़ नहीं करते क़यामत आ जाने तक ।
✍️💞Jigar Pandya✍️💞-