Dr Gul Mohammad Idrishi   (आगाज़-e- उल्फत Dr Gul Md)
4.7k Followers · 993 Following

read more
Joined 6 December 2018


read more
Joined 6 December 2018
9 OCT 2023 AT 22:21

15th November 2023

-


1 OCT 2023 AT 13:55

Lake wale : kya kar lete ho??
Ladki wale: meri ldki chu # #ya kat leti h...
Lkde wale: or kuch??
Ldki: ha.... meri sister ko Ma or Behan ki galiya dena seekhaya gya hai...(abused to ladka and thier family)
Ldka: muje shadi nahi krni
Ldki ki ma: beta galiya toh badi wali deti hai choti wali thodi, choti wali se kr lo..
(Even not realising the mistake or their child and even not been apologize to ldka)
Mean while ladki's family: proud of my daughters... Training continue..

-


26 SEP 2023 AT 2:30

नसीहत देने वाले किलो के भाओ मिल जाते हैं
साथ देने वाले नसीब से मिलते हैं

-


26 SEP 2023 AT 2:12

एहसासा ऐसा तेरा है, गोया इज़्ज़त कमाए बेरा है
कैसे करूँ यक़ीन तुझ पर, ऐसा सियाह दिल तेरा है
काश करती इज़्ज़त मेरे वालिद वालिदैंन जैसे मेरा है
ऐसा सोचूँ मैं गर तो, मूर्शद....सिरफ़रा सिर तेरा है
सनम सिखाती है तरबियत, जेसे ख़ुद के घर में सवेरा है
क़र्ज़ अदा होगा यक़ीनन, निकाह करें या फेरा है
भैया, अब्बू, अम्मी सबको प्यारा सा सलाम मेरा है
आइना देखे चेहरा तेरा, तुझको नसीहत मेरा है
छुपा ले दाग़ ख़ुद के, सियाह दामन तेरा है

-


29 JUL 2023 AT 22:52

Ab waqt vida lene ka hai

-


16 JUL 2023 AT 21:27

वो क्या निकला असमां में, खिलता तारा सा है
वो तेरा चेहरा है कि, कुछ चाँद सितारा सा है
खिलता सूरज सा है कि, कुछ नायाब सा है
अंधेरो में रात सा, कुछ तो ख़्वाब सा है
बादलों में छुपे वो बूँदे, कुछ ठंडक सा है
मँडराते हुए हवाओं में कुछ राज सा है
चिलमिलाती धूप में तेरा अक्ष छांव सा है
वो ठंड में धूप सा है कुछ आराम सा है
खिल गयी है गुलशन में कुछ खीजाए इस तरह
जेसे “कुल” में खिला हुआ कुछ तो “गुल”सा है
वो क्या निकला असमां में, खिलता तारा सा है
वो तेरा चेहरा है कि, कुछ चाँद सितारा सा है

-


13 JUL 2023 AT 11:43

गर हो सके तो बिला शबहा साथ हमारा दे देना
गर टूट जाए ख़्वाब हमारा तो नींद तुम्हारा दे देना
यू तो ज़िंदगी मुख़्तसर है, हाथ तुम्हारा दे देना
गर हो सके तो बिला शबहा साथ हमारा दे देना
तुम फूल हो, नायाब हो, ज़िंदगी का सार हो तुम
गर रस्म तुम्हारा मेरे होने का हो, तो इश्क़ तुम्हारा दे देना
गर हो सके तो बिला शबहा साथ हमारा दे देना

-


3 JUL 2023 AT 21:52

ये मुहब्बत की बात है, कुछ राज बतायें नहीं जातें
सकूँ तो है लेकिन फ़रमान ए मुहब्बत जतायें नहीं जाते
और हो सके तो एक शाम गुज़ारना चाय पर जनाब
कुछ ख़ास खरबर हैं जो खुले आम बताए नहीं जाते

-


20 MAY 2023 AT 23:46

मत कर परेशा मुझे, ए नादान थोड़ा समझा कर
थोड़ा वक़्त क़र्ज़े में है, ज़िंदगी उधारी चल रही है

-


18 APR 2023 AT 4:48

Matlab ye ke bhoola nahi hun,
ye bhi nahi Ke yaad atay ho,
Pehlay sab se pehlay tum they
Ab tum sab ke baad Aatay ho.

-


Fetching Dr Gul Mohammad Idrishi Quotes