है चेहरा तुम्हारा के दिन है सुनेहरा,
ओर उसपे ये काली घटाओ का पहरा,
गुलाबों से नाजुक महकता बदन है !!
ये लब है तुम्हारे, या खिलता चमन है,
बिखरी जो जुल्फ तो शरमाये बदल,
ये ज़ाहिद भी देखे तो हो जाए पागल !!
वो कली, वो पाकीज़ा मूरत हो तुम,
बहुत खूबसूरत हो तुम ..
बहुत खूबसूरत हो तुम...!!
~ ड़ाॅ॰ फ़ैज़ान 🌻🔏-
Insta~ @faizz_zaan_
वह ताल्लुक जो दिल जलाता हो ,
तोड़ने में क्या हर्ज है !!
~ मो॰ फ़ैज़ान अख्तर-
जब अजनबी थे , तो अच्छे थे ,
पहचान क्या हुई , शिकायतें दर्ज होने लगी !!
बढ़ने लगी कड़वाहट , मिठास कम होने लगी ,
विरोधाभास की ऊँची दीवारे , उम्मीदों तले खड़े होने लगी !!
मुरझाए से दिन , रातें ग़मगीन होने लगी ,
शहद मिलाने पे भी सुबह खट्टी , शाम नमकीन होने लगी !!
अज़नबी थे तो अच्छे थे.....
पहचान क्या हुई , शिकायतें दर्ज़ होने लगी .......🌺💙💕-
बंदा मफ़ाद-परस्त होता है, चाहे हसीन हो
या ना हो !!
~ मो॰ फ़ैज़ान अख्तर-
चूड़ी टूटी तो तेरे इश्क़ का गजरा पहना,
ख़ाली रखी नहीं हमने कलाई अपनी !!-
یادوں میں تیری یاد تھی کیا یاد تھی کچھ یاد نہیں
تیری یاد میں سب بھول گئے کیا بھول گئے یہ یاد نہیں
بس یاد ہو تم
کیوں یاد ہو تم یہ یاد نہیں...
Yaadon main teri yaad thi kya yaad thi kuch yaad nahi ,
Teri yaad me sab bhool gye kya bhool gye yeh yaad nahi ,
Bas Yaad Ho Tum
Kyun yaad ho tum yeh yaad nahi.. ♡♡-
जब खुदा का हुक्म होता है तो ,
एक लम्हे की दुआं सारा मंजर बदल देती है ,
जो बरसो से मांगा जा रहा हो ,
वो लम्हों में नसीब का हिस्सा बन जाता है ,
कभी कभी बस एक शिद्दत से ,
लगाई हुई पुकार की देर होती है ,
फिर खुदा के अल - मुज़ीब होने का मतलब ,
बहुत गहराई में समझ आता है ,
वो दुआं की तौफीक दे रहा है तो ,
यकीन कर लो वो अता करना चाहता है !!
~ मो॰ फ़ैजान अख्तर-
तेरे चाहत पर हम है बारहा ,
तुझे अपना बनाना है बारहा ..
तेरे होंठो पर जो हंसी है,
मेरे मर्ज की दवा है बारहा ...
तेरे गालों के भंवर में ए हसीना ,
मेरा दिल जा फंसा है बारहा ....
तेरी आंखों में डूब जाने को ,
मेरा दिल चाहता है बारहा ....
यह गुलशन खिल उठा है सारा ,
तेरी हाथो की मेंहदी से बारहा.....!!-
Bina libaas aaye the is jahan me. . .
Ek kafan ke liye Zindagee ka safar kar rahe...-