भर उडा़न 🐦
हे विहग !
रंग तेरा सुंदर
स्वस्थ तन
सात्विक मन
वाणी मधुर
कर्म सम्यक्
मत बैठ
भर उडा़न
छू ले आसमान
देखेंगे
जग सारा
बढेगा तेरा मान
दे बता
नहीं मिलता सम्मान
बैठ रहने से
हो कितना भी
तन, मन, वचन से
सुन्दर इंसान।
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©®
डॉ . छोटू प्रसाद
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8 SEP 2018 AT 12:13