5 OCT 2020 AT 6:12

जैसे के चौदवी का चांद
जैसे के जिना अभी बाकी है
जीने को और क्या चाहिए
निराशा के आसमानमें भी
आशा का चांद होता है.
इंतजार मे ही प्यार पनपता है.
#your quote and mine

- Dr.Anil Kulkarni