गम के सहारे...
तुम्हारे गम चुपचाप सहेंगे हम
प्यार में तुमने गम क्या दियें
अगर सुनहरी यादों के
तिनके ना होते
हम तो डुब ही जाते
गम सहेना अब
आदत जो हो गयी है
डुबनेसे से डर नाही लागता
डर तो तुम्हे खोने का लगता है
ये दिवानगी सही
हमारी जिंदगी है
गम के बहाने तुम
याद तो आती हो
हमारे बाद भी लोग
गुनगुनाते रहेंगे सदियो तक
गम के अफसाने ये क्या कम है.
#your quote and mine
- Dr.Anil Kulkarni