हा माना की होंगी कुछ गलतिया हमारी भी,
पर दिल के बुरे ना थे हम...
जबजब कुछ मांगा है खुदा से खुद के लिये,
वो दुवा हो तुम....
दिखते तो नही थे हम तुम्हे कभी,
पर साथ हमेशा खडे थे हम...
बस इतनिसी ख्वाहिष खुदा से,
सलामत रहे खुशिया हर तरहसे,
फुल खीले खुशियोंके सदा तुम्हारे आंगण मे,
चाहे कल रहे या ना रहे हम....!
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