Dr. Alka Dubey "आरोह"   (Dr.Alka Dubey)
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https://www.facebook.com/DrAlka-Dubey-837469506653785/
Joined 24 February 2019


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बहुत ही आसान है उम्र अपनी बढ़ा लेना ।
रखना किसी को दिल में और किसी का हो लेना।
छोड़िये दुनियादारी और भूलिये तक़ाज़े जमाने के
की यह है फरवरी, फरवरी का है महीना ।

कहते हम आंखों से और समझते सारी बातें तुम।
यूं हमारी आजाद रूहों का कतरा-कतरा मिलना।
मिलना मुझसे जब तुम तो केवल मत मिलना,
बन जाना तुम फूल या खिलखिलाता खिलौना।
कर लो सारे काम और कह दो सारी बातें
की यह है फरवरी, फरवरी का है महीना

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मोहब्बत के लायक ही,खुद को क्यूँ समझा होगा!
फूलों ने खिलकर जब भी, ज़माने को देखा होगा।

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हम में हम जितने रहे ही नहीं,
उतना हम में वो ज़्यादा हो गया।

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हुआ आगमन वसंत का,वसंत से
सुंदर,सुरमय,सुरम्य,समृद्ध प्रकृति से
कर कृपा हे मां वीणा वादिनी, वर दे
संग वीणा, मां सरस्वती के पूजन से

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14 DEC 2024 AT 0:05

खेल खेलना कोई खेल नहीं ।
एक उम्र गुजर जाती है
यह हुनर साधने में...... !!

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23 SEP 2024 AT 20:00

दिल समन्दर हो जाये।
वो मेरे अंदर हो जाये।
ख़ुदकुशी करवानी है उससे,मेरे हक़ में,
हम भंवर और वो लहर हो जाये ।

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23 SEP 2024 AT 19:52

छुयेगा जो कोई, तो रो पड़ेंगे हम।
उसनें किया है इस कदर तन्हा हमें।

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14 JUN 2024 AT 15:44

दशक दो,देखा संसार
है तैयार जीवन आधार
सुनो प्रिय पुत्री सुनो !
शुभ जन्मदिन तुम्हें साभार !!
Happy Twentieth Birthday
My dear doughter !!

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9 JUN 2024 AT 17:49

बाद अरसे के, हुई जब
उससे मुकम्मल मुलाक़ात
यह भरम भी जाता रहा,
कि उसे हमसे मोहब्बत है।

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4 JUN 2024 AT 19:41

चुनाव में चुनाव हो गया
कौन था क़ुबूल,कौन हो गया।
किनारे से लगकर कश्ती
समंदर को जा रही है।
लोकतंत्र देखो फिर से,
फिर मकबूल हो गया।

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