क़ैद-ए-हयात ओ बंद-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
मौत से पहले आदमी ग़म से नजात पाए क्यूँ..✨🖤-
Dr. Abhay Kumar Sainik⚕️
(@abhay_sainik)
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⚕️MBBS⚕️
Need poison in I.V 💉
गिरना था जो तुमको तो सौ मकाम थे,
यह क्या किया कि निगाहों में ... read more
Need poison in I.V 💉
गिरना था जो तुमको तो सौ मकाम थे,
यह क्या किया कि निगाहों में ... read more
Joined 24 December 2018
11 OCT AT 22:50
11 OCT AT 21:58
उम्र ने
एक और सच
साझा किया
कि, बंद आँखें
नींद का रस्ता नहीं..✨🖤-
10 OCT AT 15:42
किताबें पढ़ी, मगर खत न पढ़ा
आँखें भी पढ़ी आंसू का दर्द न पढ़ा..✨🖤-
8 OCT AT 16:24
Psychology says,
Understand people by their actions and you'll never be fooled by their words...✨🖤-
6 OCT AT 16:58
In English, We Say:
"Your one look is all I need"
But In Shayari, We Say:
हम ने कब चाहा कि वो शख्स हमारा हो जाए
इतना दिख जाए कि आंखों का गुजारा हो जाए...✨🖤-
5 OCT AT 13:48
आज की ख़ुशी में मुस्कुराने की जगह
मैं आने वाले ग़म का इंतज़ार करता हूँ...✨🖤-
4 OCT AT 23:49
अकेले में मैं ने कहा है बहुत कुछ
अकेले में सुनना सुनाई दूँगा मैं...✨🖤-
4 OCT AT 23:48
पिछली सफ़ में ही सही है तो इसी महफ़िल में
आप देखेंगे तो हम क्यूँ न दिखाई देंगे...✨🖤-
4 OCT AT 11:52
नजर छुपा भी लू तो नजारा न जाएगा
ज़ख्म भर भी जाय, हादसा भुला न जाएगा...✨🖤-