आंखों ने तेरी सब बया कर दिया
नाराज होकर भी प्यार दिखा दिया
मिलो का सफर खुद तय कर आए
मगर हमको दो कदम न चलने दिया
सच्ची खुशी कभी नसीब न हुई
मगर हमारी ख़ुशी के लिए खुद को भुला दिया।-
ख्वाब देखो तो मुमकिन हो जाता है
चेहरा भी हसीन मिल जाता है
सिक्के के दो पहलू हो भले ही
मगर हार का पहलू हमेशा मेरी तरफ गिर जाता है।-
कई लाइन लिखी ओर मिटाई जाती है
तब जाकर आजादी पर कविता लिखी जाती है
तिरंगे की बातें बच्चों को बताई जाती है
शहीदों की अर्थी हमेशा इसी से सजाई जाती है।
Happy independence day-
अंशू तेरे सच्चे लगते है
पुराने दिन सबको अच्छे लगते है
तू अपने दिल से पूछकर देखना
क्या आज भी हमारे रिश्ते कच्चे लगते है?-
सादगी उसकी पसंद आ गईं
दिल पे उसी दिन से वो छा गई
नींद न आई उसे मिलने के बाद
आंसुओं में भी वो नजर आई ।
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दीदार तेरा जिसने किया वो तेरा हो गया
एक दिल था बेचारे के पास वो भी तेरा हो गया-
तड़प थी तुमने पाने की
तुम्हे अपनाने की
मगर तुम कभी नहीं मिले
जब इच्छा थी तुम्हे गले लगाने की-
करीब थे मगर दूर जाते रहे
वो हमसे ओर हम उनसे दुरी बनाते रहे
दो लफ्जो की बात वो कभी बोल न पाए
ओर हम खामोशी का मतलब न समझ पाए-