इस क्षणभंगुर संसार में..
कान्हा तेरा ही एक सहारा हैं,
नाम के हैं हजारो रिश्ते...
पर वक़्त पर न कोई न तुम्हारा हैं !!-
वैसे आ गए है तो प्रोफाइल पढ़ ही लीजिये.
कुछ ख़ास नहीं.. साधार... read more
Happy Mothers Day
Maa( माँ )❤❤
माँ की दुआ में इतना असर हैं,
की हर मेहनत रंग लाई हैं,
चार धाम की ख़्वाहिश क्यों करू,
घर पर ही मेरी माई है!
धुप छाँव बस एक छल हैं,
साथ मेरे माँ की परछाई हैं,
कोई दुश्मन क्या बिगाड़ पायेगा,
मेरे संग रक्षा कलाई हैं !
माँ के चरणों में हैं सर्वस्व अर्पण,
जिसने सृष्टि रचाई हैं,
धूल समान तेरी चरणों की,
तुझमे ही सर्वस्व समाई है !!
तेरी निश्चल निस्वार्थ प्रेम को देख माँ,
आँखे भर आई हैं,
जिसने नहीं समझा माँ के समर्पण को,
आज जग में रुसवाई हैं !
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समस्त जगत में अधियारा छाया,
जब भारत ने वीर सपूतो को गवाया
नम हुई आँखे सबकी
दरवाज़े पर बेटा तिरंगा में लिपटा आए है !!
तुम साज़िश रचो दो मुल्कों को,
अलग करने की हम तो दो दिलो
में प्रेम के शज़र उपजाने आए हैं !!
तुम बताना कर सो सिपाहियों को नीचा दिखाने की,
हम यशकाय के अमरत्व जगत की
शौर्य जीवित कहानी सुनाने आए है!!
तुमसे षड़यत्र रचो देश को मिटाने की जितनी,
हम तो तेरे शीश को भारत माता के,
कदमों में चढ़ाने आए हैं!!
तुम गोलियां भरो बंदूक में जितने भी,
हम वीर सपूत सीने में फौलाद लिए,
तुम्हें दफनाने आए हैं!!
तुम हमें मिटाने की कोशिश हजार कर लो,
बुज़दिल,हम तिरंगे में खुशी से
लिपटने आए हैं !!
पुलवामा में शहीद उन वीर सपूतो को
आज सप्पूर्ण भारतवासी
शत -शत नमन करने आए हैं!!-
चलो इज़हार किया, की तुमसे अब मोहब्बत न कर पाउंगी ,
अंतिम साँस तक रहूगी तुम्हारी, पर तेरे साथ अब न चल पाउंगी !!
वफ़ा की राहो में नीलाम किया,पवित्र बंधन को दुःखो का भार सह न पाउंगी,
जाओ आजाद कर दिया ज़िन्दगी से,तुम बिन सुकून से मर भी न पाउंगी !!
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दो गुटों में मची है होड़,
आखिर कब तक ये राजनितिक सत्ता को हटाया जायेगा,
सबने तो बाँध ली है न्याय की कफ़न,
अब बोल भ्रस्टाचार नेता कितने संजय राय को बचाया जायेगा-
कहने को तो हर कोई यहाँ अपना सा लगता इस दिल को हर दफ़ा तेरी ही ख़्वाहिश हो,
मुसाफ़िर बन तेरी गालियों में भटकता दर-दर मानो कोई नुक्कड़ नाटक की नुमाईश हो!
तुम्हारे नसीब के क़िस्मत की रेखा नहीं मफ़िल की जीती जागती कोई अजमाइश हो,
ये जो बिन कहे ही हो जाती दोनों के रिश्तो में तकरार मानो सियासत की नवाज़िश हो,
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खुशियों का संसार है औरत,
पापा की राज दुलारी है औरत!
माँ का संस्कार है औरत
भाई का प्यार है औरत
दुष्टों का संहार है औरत
प्रेम का निराहार है औरत
नव दुर्गा स्वरूप निराकार है औरत
मानव जाति का मूल अधार है औरत
जगत जननी का बहुमूल्य उपहार है औरत
भारत की संस्कृति का नवल संचार है औरत
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