उन कश्मकश की वादियों में गूंज रहा है
जहां तू अपने में मुझे ढूंढ रहा है
खामोशियां है कुछ जिसमें शोर मचा है
एक दिया तले कुछ अंधेरा चमक रहा है
हमारा रिश्ता भी कितना अनमोल है
जिसकी ना तुझे ख़बर ना मुझे ख़बर
जो रिश्ते में पनप रहा है
शायद एहसासों तले हमारा प्यार झलक रहा है
Diwani_💐
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गुज़री है ज़िन्दगी मोहब्बत के दौर से जिसमें अपनों को रखते... read more
जब याद आया तुम्हारे साथ बीता हर पल का नज़ारा
हमारी खामोशी में भी तुम कुछ इस कदर हमारे पास आए
देख तेरे हसीन चेहरे को हम भी है मुस्कुराए
क्या है तेरे प्यार का आलम या हो तुम बेगाना
जब से शुरू हुआ तुमसे प्यार का फ़साना
मत जाओ अब हमें यूं छोड़कर
दिल की गहराई से हमें हैं नज़दीक आना
दिल ने तुम्हें पुकारा है ये तुम खुद
अब अपने दिल को समझाना
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आदत न हो तुझे मेरी इसलिए
हमारे दरमियां दूरी रखने लगे हैं
तेरी मुलाकात के बाद समझा
दिल की चाहत को जिसमें
तेरे अक्स को रखने लगे हैं-
ए ज़िन्दगी _.......*
इतना गहरा ज़ख्म क्यों दिया है तूने मुझे
जिसका मरहम पूरी दुनिया के पास नहीं
इतनी जल्दी दूर कर दिया तूने अपने से मुझे
देखा जो ख़्वाब मैने तेरे लिए अभी वो संवारा नहीं.......*
_Diwani
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जिन्दगी में ऐसे लोग भी मिलते है
जो वादे तो नहीं करते लेकिन निभा बहुत कुछ जाते है
अक्सर वहीं रिश्ते लाज़वाब होते है जो
*"एहसानो"*से नही *"एहसासों"* से बनते है-
जिन्दगी.... दर्द-ये-दिल ....का कुछ ऐसे झेल रही है
जैसे.....सूखे हुए समन्दर में......मछली तेर रही हैं-
बहुत
जब तुम्हारे दिए हुए दर्द का पल पल एहसास होता है
अब फिकी पड़ गई वो खुशबू जिसमें तुझ जैसा गुलाब होता हैं
दूर रहकर भी है निभाई हमने जो वफ़ा
उस मोहब्बत में तुझ जैसा बेवफ़ा किरदार होता हैं
काश होती तुझे भी आहट मेरे दिल के धड़कन कि
जिस धड़कन से तू अनजान होता हैं
तब दुख होता हैं बहुत
जब तू दूर रहकर भी दिल के बहुत पास होता हैं
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मैने अपना वजूद निर्माण किया
अपनो से ज्यादा गैरो पर विश्वास किया
सोच में डूबी रहती हु अब हर पल
क्यों ज़िंदगी ने मुझे इतना परेशान किया
है दिल से चाहत तुझे मेरी
फिर भी तूने मुझे नज़रअंदाज़ किया
अर्से बीते हैं तेरी मेरी मुलाकात में
फिर भी ये दिल ने कभी नहीं एतबार किया
सिर्फ़ तुम्हारे कारण
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धूप जले दीप जले छठे चारों और का अंधियारा
सभी के मन को भाए ये धनतेरस का त्यौहार प्यारा-