Divya Wani   (_Diwani)
1.6k Followers · 87 Following

read more
Joined 29 March 2018


read more
Joined 29 March 2018
4 JUN AT 22:26

उन कश्मकश की वादियों में गूंज रहा है
जहां तू अपने में मुझे ढूंढ रहा है
खामोशियां है कुछ जिसमें शोर मचा है
एक दिया तले कुछ अंधेरा चमक रहा है
हमारा रिश्ता भी कितना अनमोल है
जिसकी ना तुझे ख़बर ना मुझे ख़बर
जो रिश्ते में पनप रहा है
शायद एहसासों तले हमारा प्यार झलक रहा है
Diwani_💐


-


1 JUN AT 4:20

जब याद आया तुम्हारे साथ बीता हर पल का नज़ारा
हमारी खामोशी में भी तुम कुछ इस कदर हमारे पास आए
देख तेरे हसीन चेहरे को हम भी है मुस्कुराए
क्या है तेरे प्यार का आलम या हो तुम बेगाना
जब से शुरू हुआ तुमसे प्यार का फ़साना
मत जाओ अब हमें यूं छोड़कर
दिल की गहराई से हमें हैं नज़दीक आना
दिल ने तुम्हें पुकारा है ये तुम खुद
अब अपने दिल को समझाना

-


13 MAY AT 1:30

जिनकी मंजिल एक होती हैं ना
वो रास्ते में ही तो मिलते है

-


5 FEB AT 16:44

आदत न हो तुझे मेरी इसलिए
हमारे दरमियां दूरी रखने लगे हैं
तेरी मुलाकात के बाद समझा
दिल की चाहत को जिसमें
तेरे अक्स को रखने लगे हैं

-


27 JAN AT 12:09

ए ज़िन्दगी _.......*
इतना गहरा ज़ख्म क्यों दिया है तूने मुझे
जिसका मरहम पूरी दुनिया के पास नहीं
इतनी जल्दी दूर कर दिया तूने अपने से मुझे
देखा जो ख़्वाब मैने तेरे लिए अभी वो संवारा नहीं.......*
_Diwani

-


27 JAN AT 11:48

जिन्दगी में ऐसे लोग भी मिलते है
जो वादे तो नहीं करते लेकिन निभा बहुत कुछ जाते है
अक्सर वहीं रिश्ते लाज़वाब होते है जो
*"एहसानो"*से नही *"एहसासों"* से बनते है

-


4 JAN AT 17:16

जिन्दगी.... दर्द-ये-दिल ....का कुछ ऐसे झेल रही है
जैसे.....सूखे हुए समन्दर में......मछली तेर रही हैं

-


28 DEC 2024 AT 22:42

बहुत

जब तुम्हारे दिए हुए दर्द का पल पल एहसास होता है
अब फिकी पड़ गई वो खुशबू जिसमें तुझ जैसा गुलाब होता हैं
दूर रहकर भी है निभाई हमने जो वफ़ा
उस मोहब्बत में तुझ जैसा बेवफ़ा किरदार होता हैं
काश होती तुझे भी आहट मेरे दिल के धड़कन कि
जिस धड़कन से तू अनजान होता हैं
तब दुख होता हैं बहुत
जब तू दूर रहकर भी दिल के बहुत पास होता हैं


-


16 DEC 2024 AT 0:16

मैने अपना वजूद निर्माण किया
अपनो से ज्यादा गैरो पर विश्वास किया
सोच में डूबी रहती हु अब हर पल
क्यों ज़िंदगी ने मुझे इतना परेशान किया
है दिल से चाहत तुझे मेरी
फिर भी तूने मुझे नज़रअंदाज़ किया
अर्से बीते हैं तेरी मेरी मुलाकात में
फिर भी ये दिल ने कभी नहीं एतबार किया
सिर्फ़ तुम्हारे कारण

-


29 OCT 2024 AT 14:57

धूप जले दीप जले छठे चारों और का अंधियारा
सभी के मन को भाए ये धनतेरस का त्यौहार प्यारा

-


Fetching Divya Wani Quotes