DIVYA SHARMA  
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Joined 5 August 2019


Joined 5 August 2019
14 JUN AT 23:23

तेरे चेहरे का ये ग़म तुझ पर जचता नहीं,
हां ये भी सच हैं मेरे अलावा तुझे कुछ जचता नही...

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28 MAY AT 12:49

जो तू समन्दर है तो मैं पानी सा
तू है अगर नांव तो मैं तेरा मांझी सा
अगर इतना सब ज्ञात होने के बाद भी,
तुम ना समझ पाओ मेरा मौन और व्यथा..
तो मेरा गलत सिद्ध हो जाना ही उचित है....

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26 MAY AT 21:41

खूबसूरती इतनी की लोग दीदार को तरसे, सब्र इतना की उनके सिवा किसी को दीदार ना दूँ श्रृंगार इतना है, की अप्सराएँ भी दुहाई दें, और सादगी इतनी की सिर्फ सुरमे से कहर ढा दूँ

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25 MAY AT 1:00

कुछ स्त्रियां......
जिन्हें आदत नहीं होती ध्यान खींचने की,
वो चलती हैं बस खुद में मग्न होके,
रीति रिवाज श्रृंगार से परे वो रहती हैं
वो लड़ती हैं झगड़ती है और
फूट पड़ती है जैसे पत्थर से अंकुरित होकर..

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24 MAY AT 23:04

शर्मीली सी लड़की हुं, इश्क़ की बातें नहीं करती...
लिहाज़ रखती हूं तुम्हारी हर एक बात का,
बस कुछ कहती नहीं,
जानती हूं मैं सब कुछ...बस होश नहीं रहता..,
जब गिर जाती हूं तेरे आंखो के भंवर मैं....

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23 MAY AT 15:37

ऐसे तो मैं बहुत खुश दिखती हूं,
पर अकसर मैं खोई खोई सी रहती हूं,
जब कोई कुछ पूछे मुझ से तो बस 
हंस कर टाल देती हूं,
शायद में थोड़ी लापरवाह हो गई हूं,
किसी से कुछ कहती नही हूं,
खुद से लड़ लेती हूं, रो लेती हूं 
समझा लेती हूं,
हां शायद अब ओर बुरा बनने की हिम्मत नही है....

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22 MAY AT 23:43

मैं बोलती बहुत ज़्यादा हूँ,
फुरसत से सुन पाओगे क्या...?
अपनी हंसी पर कंट्रोल नहीं होता,
साथ में मुस्कुरा पाओगे क्या..?
यूं तो मैं बाते दिल पर नहीं लेती,
मेरी चुप्पी समझ पाओगे क्या..?
ज्यादा नहीं कुछ सपने हैं मेरे,
मेरी कामयाबी तक साथ दे पाओगे क्या ..?
मुझे कुछ भी temoprary पसंद नहीं है ,
Forever रह पाओगे क्या..?
सुनो न..
मुझे मुझ से ज्यादा समझ पाओगे क्या...?
बिखर गई हु 💔 जोड़ पाओगे क्या...?

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21 MAY AT 23:39

मैं ठहरी गांव की सीधी सादी लड़की प्रिय..
तुम शहर के yoyo प्रिय ।
तुम्हें पसंद है club,disco dance प्रिय ,
मैं महादेव की भक्ति में लीन प्रिय ।।

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20 MAY AT 15:48

एक बार फिर से पुराने ज़ख्म कुरेदे जाएंगे...
फिर कोई नया शख्स समझने का दावा कर रहा हैं..



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19 MAY AT 23:38

देख तो मैं भी लू उसे जी भर के .....
पर वो कम्भख्त नज़रे मिलाए तो सही ...

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