Killing innocence in someone
Is like killing humanity-
अब किसी शख्स से मुझको मोहब्बत नहीं हो ती
कोई झूठ बोले तो नदामत नहीं होती
कोई दगा दे तो है रत नहीं हो ती
ऐसा बदले हैं तेरे शहर का पानी पी कर
किसी से अब मुझे मोहब्बत नहीं होती-
अब किसी शक्स की मुझे आदत नहीं होती
अब उसकी याद से वहशत नहीं होती
कोई झूठ बोले तो न दा मत नहीं होती
ऐसे ब द लें हैं तेरे शहर का पानी पीकर
कोई देता है दगा तो हैरत नहीं होती-
कुछ लम्हो का नहीं, में रा प्रेम
बिना देखे, बिना स्पृश. किए , सारी उम्र करती
रहूँ गी बस तुम्ही से प्रेम
तुम्हारी बातों से, तुम्हारी आंखो से
तुम्हारे किरदार से, बिना तुमसे कहे
करती रहूँ गी तुमसे प्रेम
चाहत नहीं कि पाऊँ
प्रेम के बदले प्रेम
निस्वार्थ निश्छल है मेरा प्रेम
रोम रोम में बसते हो
शब्दों में कह नही पाऊँ गी
दिल की हर बात, गर कर सकते हो
तो बस महसूस करो मेरा प्रेम
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Our life is a story, and it totally depends on us
How beautifully we write it-
Hothon pe muskurahat aankhon mein nami
Kuch is tarah humne juda hone ki rasm nibhai hai
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बड़े मजबूर हो कर तेरे दिल से निकले हैं हम
कौन खुशी से अपने घर से बाहर रहता है-
उन्हें भूल जाने को, हम बंजारों से
दिन भर अपने शहर की गलियों में भटकते रहे
पर कमबख्त उनकी याद हर मोड़ पर मिलती रही-