होता हूँ कभी उदास, तो हो जाता हूँ मैं ख़ामोश
सोर से दूर कही अकेले में, रहता हूँ मैं ख़ामोश
कभी लोगोसे, तो कभी अपने स्वभाव के कारण
दिल दुःखने पर अंदर ही, हो जाता हूँ मैं ख़ामोश
यूँ तो वजह है कई, और आता भी हैं मुझे चिल्लाना
पर दुसरोका दिल दुःखाने से अच्छा, रहता हूँ मैं ख़ामोश-
Divss Patel
(Divyesh Vidja)
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Joined 29 April 2019
13 SEP 2023 AT 10:25
21 OCT 2022 AT 13:18
ख़ुशियों का छोड़ो
आज क़िस्मत ने भी साथ छोड़ दिया,
भरोसा था इंसानियत पर
और लोगो ने वो भी तोड़ दिया-
13 MAY 2022 AT 10:51
सब जिस्म की रिश्वत दे रहे थे,
हमने ठुकराके…
प्यार को बेहिसाब कर दिया-
12 MAY 2022 AT 11:42
जिस्म का जमाना है
हम रूह से मोहब्बत कर बैठे,
पता था गहरा है
फिर भी इश्क़ के समंदर में मर बैठे-
30 MAR 2022 AT 13:22
अगर आपको गुलाब चाहिए
तो काँटे भी लग सकते है,
इतनी जल्दी ना करो इश्क़ में
कभी चाटे भी लग सकते है
ये दरिया है इश्क़ का
जो तैरना आता है तो ही उतरना,
और अगर डूब गए तो
निकल ने में कई रातें भी लग सकती है-
28 MAR 2022 AT 11:37
आपने सोचा नहि होंगा
इतना परेशान लोग कर जाएँगे,
आपकी तारीफ़ भी करेंगे
पर जब आप मर जाएँगे-
27 MAR 2022 AT 8:26
तुम्हारे ज़िंदगी के
सारे ग़म हटाना चाहता हू,
ये बादशाह की
तुम्हें बेगम बनाना चाहता हू-
26 MAR 2022 AT 10:43
तुम्हारे फ़ोटो को देखते ही चूम लेता हू
सब कुछ भूलके…
तुम्हारी आँखो में हि घूम लेता हू-