The Great Lata Mangeshkar Ji ❤️
(Continued in caption)— % &-
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तु है कहाँ?
हैं सर्द रातें, हवाएं भी यहाँ,
तु है कहाँ? तु है कहाँ?
वादों में ना तु, मुलाकातों में ना तु,
तु है कहाँ? तु है कहाँ?
है एहसास तेरा, ढूंढ़ ना पाऊं तुझे,
हैं लोगों के पहरे, छू ना पाऊं तुझे,
तस्वीरों में ना तु, लोगों की यादों में ना तु,
तु है कहाँ? तु है कहाँ?
बनके चाय सा स्वाद, तु चढ़ जाए जुबां पर,
बनके इक शायरी, मैं चढ़ जाऊँ लबों पर,
ना मिले भी तु, तो करु मलाल क्यूं?
मेरे ख़यालों में हाँ तु, मेरी कविता में हाँ तु,
तु है कहाँ? तु है कहाँ?
तु है यहाँ! तु है यहाँ!-
बेजान को जान होते देखा है,
अपनी कलम को तेरे नाम होते देखा है,
लिखना तो चाहती थी मुहब्बत मैं,
पर उस मुहब्बत को बदनाम होते देखा है|-
मुक़म्मल न कर पाए ये दुनिया जिसे,
अमर मैं वो प्रेम हो जाऊ,
मिलन न हुआ, शर्मिंदा है कायनात,
तू कहे तो तेरी कायनात हो जाऊ|-
मेरी यादें??
वो तो तुम हो न!!?
आओ कभी दोबारा लौटकर करें कुछ बातें एक चाय की प्याली के साथ...
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तुम मुस्कुराहटों की क्या बात करते हो,
हम तो तुम्हारी आहटों पर ही फिदा हैं!-
बंदिशें नहीं, इजाज़त माँगती है,
हर रात, एक नई सुबह मांगती है.....
हर परिंदे का ख़्वाब सच हो ज़रुरी नहीं,
ये जिंदगी है जनाब, जिगर मांगती हैl-
*वक्त को ज़रा वक्त लगेगा!*
-दिशिका तलरेजा
इन अश्कों को छुपाने में,
ज़रा वक्त लगेगा...
तेरे अक्स को भुलाने में,
ज़रा वक्त लगेगा...
(Full in caption)-
हक़ीक़त से दूर, केवल इक कल्पना हो तुम
इक कल्पना जिसे साझा न जा सके
इक कल्पना जिसे शब्दों में पिरोया न जा सके
इक कल्पना........जो मात्र इक कल्पना ही है|-
मुंतज़िर
-दिशिका तलरेजा
निराशा तो यूँ पसंद नहीं, पर तेरा इंतज़ार ज़रूर है...
(Full in caption)
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