छोड़ बैठे है जिसके पीछे हम ज़माने भर कोऔर वो है कि फिक्र करना तक मुनासिब नहीं समझते -
छोड़ बैठे है जिसके पीछे हम ज़माने भर कोऔर वो है कि फिक्र करना तक मुनासिब नहीं समझते
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तेरी इक मुस्कुराहट के बदले मुझे हंसकर कबूल है जमाने भर की रुसवाईयां -
तेरी इक मुस्कुराहट के बदले मुझे हंसकर कबूल है जमाने भर की रुसवाईयां
कुछ इस क़दर सिमटी है अब मेरी ख्वाहिशें कि बस तुझसे ही शुरू और तुझ पर ही खत्म है मेरी ये ज़िंदगी -
कुछ इस क़दर सिमटी है अब मेरी ख्वाहिशें कि बस तुझसे ही शुरू और तुझ पर ही खत्म है मेरी ये ज़िंदगी
यूं तो कुछ ख़ास नहीं मैंहां लेकिन ये बात अलग है कि मोहब्बतने तेरी मुझे शहर भर में मशहूर कर रखा है -
यूं तो कुछ ख़ास नहीं मैंहां लेकिन ये बात अलग है कि मोहब्बतने तेरी मुझे शहर भर में मशहूर कर रखा है
सिर्फ़ जिन्दगी ही नहीं कभी कभीमौत भी दगा दे जाती है .... -
सिर्फ़ जिन्दगी ही नहीं कभी कभीमौत भी दगा दे जाती है ....
उम्र भर हम खुद से लड़ते रहेये सोच कर कि हमारी क़िस्मत ख़राब है लेकिन उम्र ढलने परसमझ आया कि क़िस्मत नहीं ये दुनियां ही ख़राब है । -
उम्र भर हम खुद से लड़ते रहेये सोच कर कि हमारी क़िस्मत ख़राब है लेकिन उम्र ढलने परसमझ आया कि क़िस्मत नहीं ये दुनियां ही ख़राब है ।
ए मेरे सनम अगर तू हासिल हो मुझे मेरी मौत के बाद भीतो जाना कामिल हो जाए मोहब्बत मेरी -
ए मेरे सनम अगर तू हासिल हो मुझे मेरी मौत के बाद भीतो जाना कामिल हो जाए मोहब्बत मेरी
क्या करूं मैं जीत कर तुझकोइबादत तो तब हो मेरे इश्क कीजब मैं खुद को हार जाऊं तेरे लिए -
क्या करूं मैं जीत कर तुझकोइबादत तो तब हो मेरे इश्क कीजब मैं खुद को हार जाऊं तेरे लिए
मसला कुछ इक ये भी है मेरी जिंदगी का कि जितनासमेटता हूं मैं अपने इस टूटे हुए दिल के टुकड़े परकमबख्त दिल है कि फिरहर इक बिखर जाता है -
मसला कुछ इक ये भी है मेरी जिंदगी का कि जितनासमेटता हूं मैं अपने इस टूटे हुए दिल के टुकड़े परकमबख्त दिल है कि फिरहर इक बिखर जाता है
किसी की तरफ़ एक उंगली उठा लेने से ज्यादा कठिन हैबाकी की चार उंगलियों को देखना जो खुद की तरफ इशारा करती हुई दिखती है -
किसी की तरफ़ एक उंगली उठा लेने से ज्यादा कठिन हैबाकी की चार उंगलियों को देखना जो खुद की तरफ इशारा करती हुई दिखती है