उसे जाने की जल्दी थी तो बताने कहाँ आएगीसच छुपाने की जींद में थी तोदिखाने कहाँ आएगी -
उसे जाने की जल्दी थी तो बताने कहाँ आएगीसच छुपाने की जींद में थी तोदिखाने कहाँ आएगी
-
ये वक़्त उसे भी सीखा देगा याद आएगी मेरी तो रुला देगा -
ये वक़्त उसे भी सीखा देगा याद आएगी मेरी तो रुला देगा
बहुत कुछ सीखने का वक़्त हो चला हैकिसी की बात सहने की तो अपनी बात न कहने कीजानता वो भी रहेगा गलत था मैं मग़रअब छुपाता मिलेगा वो खुद सच की बात बताने की। -
बहुत कुछ सीखने का वक़्त हो चला हैकिसी की बात सहने की तो अपनी बात न कहने कीजानता वो भी रहेगा गलत था मैं मग़रअब छुपाता मिलेगा वो खुद सच की बात बताने की।
साल की पहली सुबह की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं -
साल की पहली सुबह की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
जहाँ उम्मीद सबसे था वहाँ खुद को तन्हा और अकेला पाया हूंहम यहाँ किसको क्या दोष देजब खुदा में खुद से अकेला पाया हूं। -
जहाँ उम्मीद सबसे था वहाँ खुद को तन्हा और अकेला पाया हूंहम यहाँ किसको क्या दोष देजब खुदा में खुद से अकेला पाया हूं।
एक ख़्वाहिश है मेरी उसे पूरा कर सकती है क्या मौत मेरी मंज़िल है मंज़िल तक साथ चलोगी क्या -
एक ख़्वाहिश है मेरी उसे पूरा कर सकती है क्या मौत मेरी मंज़िल है मंज़िल तक साथ चलोगी क्या
क्या लिखे अब कुछ आता ही नहींहकीक़त इतना देख चुका हूं कि वो अब सपने में भी भूलता ही नहीं -
क्या लिखे अब कुछ आता ही नहींहकीक़त इतना देख चुका हूं कि वो अब सपने में भी भूलता ही नहीं
अंधेरे से निकल कर आया हूं चकाचौंध से आंख बंद तो होगीसमय बचा है संयम रखें सूरज के निकलने से ही प्रकाश होगा।। -
अंधेरे से निकल कर आया हूं चकाचौंध से आंख बंद तो होगीसमय बचा है संयम रखें सूरज के निकलने से ही प्रकाश होगा।।
बस कुछ समझ जाएंमुझे समझाने वाले बंद नहीं है आँखे मेरी मुझे राह दिखाने वाले -
बस कुछ समझ जाएंमुझे समझाने वाले बंद नहीं है आँखे मेरी मुझे राह दिखाने वाले
बस तुम ये समझ न पाए ईशान हो और इशानियत की फ़ितरत से तुम निकल ही न पाए -
बस तुम ये समझ न पाए ईशान हो और इशानियत की फ़ितरत से तुम निकल ही न पाए