तुझे जिंदगी ढूंड रही हैं, हर तरफ तुझे पूछ रही हैं
क्यु अकेला भाग रहा हैं, साथ तेरे चल जो रही हैं
हर तरफ अनजाने लोग हैं, साथी तेरा कोई गैर नहीं हैं
तेरे पीछे तेरी परछाई, छोड़े ना कभी तेरी कलाई
मान ले तू उसका कहना, सच्चाई उसमे दिख रही हैं
माफ़ भी कर दे उसे अब, हमसफ़र तेरी बन जो रही हैं
तेरा प्यार वो तेरी ताक़त, मेरी हमदर्द मेरी आदत
हर तरफ तू साथ है मेरे, अब कभी जाने नहीं दूँगा
मेरा प्यार वो मेरी मोह्हबत, मेरी दौलत मेरी जरुरत
अब जिंदगी साथ है मेरी, हर तरफ पहचान है मेरी
अब अकेला नहीं हूँ मै, साथ मेरे जो चल रही हैं
अब जिंदगी साथ है मेरी, हर तरफ पहचान है मेरी।
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