Dinesh प्रेम yadav   (mr_mussafir_)
787 Followers · 342 Following

read more
Joined 27 December 2017


read more
Joined 27 December 2017

उसे कद्र नहीं तुम्हारी
जो पा न सका तुम्हें
वही जानता है
होने की कीमत तुम्हारी।

-



जो सन्मार्ग पर चलने को प्रेरित करें,
वही सच्चा मित्र है।

-



समझता है,तेरी बातों में आ जाऊंगा मैं
कठपुतली बन,तेरे हाथों में आ जाऊंगा मैं
नासमझ है तू अभी मुझे जानता भी नहीं,
"मुसाफ़िर" हूं मैं तेरे जैसे कितनों को ख़ाक सा छानता हूं मैं।

-



आंसू बने शृंगार,
बारिश कि बूंदें लगे अंगार,

-



भारतवर्ष अब सजग हो गया,
आस्तीन के सांपों से,

-



Once I saw in her eyes,
I melt like snow.

-



कशिश नहीं कोशिश पर भरोसा रखें ।

-



टूटी दीवारें
ऊंची मीनारें
कभी मझधार
कभी किनारे
आंखें सब कुछ देखतीं है
बस जिसे देखने की हसरत में जिंदा है
उसके सिवा सब कुछ।

-



तेरे हाथों में मेहंदी किसी और की
माथे पर सिन्दूर किसी और का
आंखों में काजल किसी और का
लेकिन अब भी उनमें तस्वीर मेरी है।

-



लहुलुहान हो गई है घाटी,
धर्म पूछ कर मृत्यु बाँटी,
हुकम दिया के कलमा पढ़ लो,
मना किया फिर छलनी छाती,
किस मिट्टी के ये लोग बने है
इतनी नफ़रत कहा से आती,
मासूमों पर रहम ना खाना,
कौन सी पुस्तक यह सिखलाती ,

-


Fetching Dinesh प्रेम yadav Quotes