सैकड़ों में क्या हजारों में मैंने ढूंढा
लाखों-करोड़ों की मिनारों में मैंने ढूंढा
जब तुम जैसा कोई मिला नहीं धरती पर
फिर जाकर चांद-सितारों में मैंने ढूंढा।-
एक खूबसूरत सा मोड़ आया।
मौका था मेरे पास भी
लेकिन मैं किस्मत पर छोड़ आया। read more
गुर्बत मेरी तो आम थी
हर कोशिश मेरी नाकाम थी,
'दिनेश' का प्रकाश था हर जगह
उनकी आंखों में ही शाम थी।-
तुम्हें माफ करूं, या अब जाने दूं
तुम ही बताओ।
रहने दूं, या फिर से कहानी में आने दूं
तुम ही बताओ।।-
दिन 10 भी होंगे
सालों में भी होंगे दिन,
इतना भी ना तू पागल बन
ऐसे भी ना पल-पल को गिन।-
न कुछ पाने की चाहत
न कुछ खोने को बचा है,
अब तो जो किस्मत में है
वही मेरे लिए अच्छा है।-
तू ही है पूजा मेरी
तू ही दुनिया सारी है,
तेरे चरणों की धूल हूं मैं
तू मेरा भोला भंडारी है।-
बाहर मुस्कान से, अंदर तूफान से लड़ता हूं
ख़ामोशी पसंद है, खुद की जुबान से लड़ता हूं।-
जहां जहां मैं गया वहां अंधेरा मिला
तेरे नगर में आकर ही सवेरा मिला
भटक कर रस्ता मुश्किल से संभला हूं
खुद पर नाज है, मुझे साथ तेरा मिला।-
कौन जाने अगले किस्से में क्या आएगा,
अब नहीं जानना मेरे हिस्से में क्या आएगा।-
उन्होंने बताया, हाल मेरा कुछ समय पहले अच्छा था
मुझे लगता है उस समय मैं उसकी ज्यादा सुनता था।-